मेष - इस सप्ताह के पहले भाग में आप अपने धन एवं सम्मान को बढ़ाने के लिये पहले से अधिक पुरजोर कोशिश मे रहेंगे। परिणामतः पैतृक सम्पत्ति एवं परम्परागत व्यापार आदि में लाभ की स्थिति बनी हुई रहेगी। चाहे भूमि एवं भवन के निर्माण की बाते हो या फिर उसके सौंदर्यं को बढ़ाने की बात हो। परिवार के मामलों मे यह सप्ताह मिलेजुले परिणाम देने वाला बना हुआ रहेगा। जिससे भाई-बहनों के मध्य तालमेल रहेगा। किन्तु संतान को लेकर कुछ सोच विचार में रहेंगे। क्योंकि इस सप्ताह पाप एवं शुभग्रही योग बना हुआ रहेगा। हालांकि शुक्र का भाग्य भाव से संबंध आपके लिये कल्याणप्रद एवं सौभाग्यप्रद बना हुआ रहेगा। जिससे आप अपने घर परिवार में धर्म लाभ के कामों को करने में व्यस्त रहेंगे। पत्नी के साथ कुछ बातों में मनमुटाव की स्थिति हो सकती है। वैसे बुध ग्रह आपके लिये अच्छा बना हुआ रहेगा। वहीं आय भावगत मंगल एवं शनि और गुरू का संबंध आपको मिलेजुले परिणाम देने वाला रहेगा।
वृषभ - इस सप्ताह वृष राशि वाले पहले भाग में अपने धन एवं सम्मान को बढ़ाने के लिये पहले से अधिक पुरजोर कोशिश मे रहेंगे। वैसे शुक्र का लग्न भावगत संचरण आपके लिये सुख एवं सुविधाओं को बढ़ाने वाला बना हुआ रहेगा। परिणामतः पैतृक सम्पत्ति एवं परम्परागत व्यापार आदि में लाभ की स्थिति बनी हुई रहेगी। चाहे भूमि एवं भवन के निर्माण की बाते हो या फिर उसके सौंदर्यं को बढ़ाने की बात हो। परिवार के मामलों मे यह सप्ताह मिलेजुले परिणाम देने वाला बना हुआ रहेगा। जिससे भाई-बहनों के मध्य तालमेल रहेगा। किन्तु संतान को लेकर कुछ सोच विचार में रहेंगे। क्योंकि इस सप्ताह पाप एवं शुभग्रही योग बना हुआ रहेगा। महिलाओं के लिये यह सप्ताह विशेष लाभकारी एवं आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला रहेगा। जिससे आप पवित्र सहचर को ही सर्वोपरि मानेगी। संबंधित आय के स्रोतों से अच्छे लाभ की स्थिति बनी हुई रहेगी।
मिथुन - इस सप्ताह मिथुन राशि वाले अपने कार्य एवं व्यवसाय के मामलों में अधिक प्रयासरत रहेंगे। किन्तु व्यय भागवगत शुक्र का गोचर यहाँ वहाँ दौड़ाता हुआ रहेगा। और भाई बंधुओं के साथ आप किसी बात को लेकर अचानक ही झगड़ सकते हैं। वहीं लग्नगत राहू का गोचर स्त्री एवं पुरूषों दोनों के लिये ही दुःख एवं पीड़ा देने वाला रहेगा। जिससे सेहत में मनोरोग एवं पीड़ओं की स्थिति सम्भव है। हालांकि सूर्य इस स्थिति से आपको बचाने में लगे हुये रहेंगे। यदि सूर्य आपकी कुण्डली में सबल है। तो निश्चित रूप से आप अपने समस्याओं से पार पा लेंगे। अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है। किन्तु भाग्यभाव गत विद्यमान मंगल एवं शनि आपको अपने घर परिवार के साथ कभी झगड़े वाली स्थिति देगे तो वहीं वृहस्पति इस झगड़े को शांति करके पुनः आपकी गाड़ी को पटरी में लाने के लिये तैयार रहेंगे। जिससे कुछ मनमुटाव के बाद भी आप धर्म एवं पुण्य या परोपकार के कामों को करने में सक्षम बने हुये रहेंगे।
कर्क - इस सप्ताह कर्क राशि वाले आमदनी को बढ़ाने में सक्षम रहेंगे। क्योंकि आय भावगत शुक्र का शुभ संबंध बन रहा है। जिससे विक्रय एवं उत्पादन तथा राजनीति यानी प्रबंधन एवं नेतृत्व के क्षेत्रों में प्रगतिशील बने हुये रहेंगे। हालांकि राहू व्यय भावगत गोचर करते हुये कुछ शरीर में कष्ट एवं पीड़ाओं को दे सकते है। जिससे आपको दंत एवं कंधों की पीड़ओं का सामना करना पड़ सकता है। किन्तु इस राहू के गोचर की अशुभता को कम करने के लिये श्री सूर्य आपको सुख एवं स्वास्थ्य लाभ देते हुये रहेंगे। जिससे आप परेशानी में भी संभल जायेगे। इसी प्रकार शनि एवं मंगल इस सप्ताह आपके दारा भाव एवं पे्रम मामलों से संबंध बनाये हुये रहेंगे। विदेश एवं व्यापार के भी मौके देगे। किन्तु संघर्ष एवं कष्टों को बढ़ाने वाले रहेंगे। किन्तु देव गुरू वृहस्पति वहाँ पहुंचकर आपके लिये सुख एवं सौभाग्य को निर्मित करने वाले रहेंगे। चाहे आप स्त्री हो या फिर पुरूष आपको लाभ मिलता हुआ रहेगा।
सिंह - इस सप्ताह सिंह राशि वाले अपने अध्ययन एवं संगीत तथा तकनीक एवं राजनीति के मामलों को लेकर लगातार परेशान बने हुये रहेंगे। क्योंकि केतु का गोचर आपके लिये मुश्किलें देता हुआ रहेगा। जिससे आप अपने पुत्र एवं पुत्री को लेकर परेशान रहेंगे। हालांकि राहू का गोचर जो कि आय भाव में है वह आपके लिये धन एवं सम्मान को जुटाने में सहायक बना हुआ रहेगा। जिससे आपकी परेशानी कम होगी। इसी प्रकार मंगल एवं शनि भी षष्ठ भाव पहुंचकर आपके विरोधियों को सबक सिखाने वाले रहेंगे। तथा गुरू भी आपके शत्रु को पराजित करने की योजना को गढ़ते हुये रहेंगे। जिससे आप सुख का अनुभव करेंगे। किन्तु अष्टम भावगत गोचरीय सूर्य आपको रोग एवं पीड़ा दायक हो सकता है। अतः संबंधित उपचारों को ले। जिससे समय रहते बीमारियों में काबू पाया जा सकें। वैसे कर्मभाव गत शुक्र आपको कई मायनों में सुखद बना हुआ रहेगा।
कन्या - इस सप्ताह कन्या राशि वालों को सूझबूझ से काम लेने की जरूरत रहेगी। परिवार के किसी सदस्य को अप्रिय न कहें। क्योंकि केतु का चतुर्थ भाव गत गोचर आपको दुःखी करने वाला रहेगा। जिससे आप अपनी माता या माता तुल्य किसी महिला से झगड़ सकते है। इसी प्रकार पंचम भावगत गोचर कर रहे शनि एवं मंगल भी आपको भय एवं क्रोध के निकट ढ़केलते रहेंगे। जिससे आप अपने कार्य एवं व्यवसाय के लक्ष्य से लगातार पीछे रहेंगे। हालांकि गुरू पंचम भावगत गोचर करते हुये इन सब मामलों को सुलझाने के लगातार प्रयास में रहेंगे। जिससे कोई बात खराब नहीं होगी। और मध्यम रास्ता आपके लिये निकल आयेगा। और आप लाभ कमाने तथा संतान पक्ष को आगे बढ़ाने की मंशा को मूर्तरूप देने में सक्षम रहेंगे। इसी प्रकार सूर्य एवं बुध दारा भावगत गोचर करते हुये आपके यश को बढ़ाने वाले रहेंगे।
तुला - इस सप्ताह तुला राशि वालों का पराक्रम बढ़ा हुआ रहेगा। जिससे आप अपने कई कामों को समय से पूरा करने में सक्षम रहेंगे। क्योंकि आपके पराक्रम भाव मे केतू का गोचर बना हुआ रहेगा। वहीं आपके सुख एवं मातृ भाव में मंगल एवं शनि का गोचर बना हुआ रहेगा। जिससे आप अपने कामों को पूरा करने के लिये संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ सलाह मशविरा करते हुये रहेंगे। और आ रही परेशानियों को कम करने या फिर बिल्कुल समाप्त करने के प्रयास में रहेंगे। क्योंकि आपके इस प्रयास में गुरू का गोचर काफी हद तक कारगर बना हुआ रहेगा। जिससे आप सुखीवान बने हुये रहेंगे। और समाज में यश एवं प्रतिष्ठा के भागी भी बनेंगे। वहीं बुध एवं सूर्य का षष्ठभावगत गोचर आपको बुद्धिमान एवं तेजवान बनाता रहेगा। जिससे आप अपने विरोधियों एवं शत्रुओं को पराजित करने में कामयाब रहेंगे।
वृश्चिक - इस सप्ताह वृश्चिक राशि वाले लग्न से द्वितीय भावगत केतु का संचारण होने से कई बार परेशान रहेंगे। और घर परिवार एवं पैतृक सम्पत्ति के विवादों में मनमुटाव की स्थिति बनी हुई रहेगी। जिससे आप परेशान रहेंगे। वैसे तृतीय भावगत मंगल एवं शनि आपके लिये अच्छे रहेंगे। और आपके पराक्रम को और अच्छर करने वाले रहेंगे। जिससे केतु द्वारा किया गया कलह टल पायेगा। और आप बलवान बने हुये रहेंगे। गुरू का तृतीय भावगत गोचर आपको विवेक के स्तर पर हानि पहुंचा सकता है। जिससे आप अपने लक्ष्य एवं विवेक से भटक सकते है। इसी प्रकार पंचम भावगत बुध एवं सूर्य का गोचर आपको संतान के मामलों में चिंताये देता हुआ रहेगा। जिससे आप अपने अध्ययन के क्षेत्रों से भी विमुख हो सकते हैं। वैसे दारा भावगत शुक का गोचर आपके लिये अच्छा बना हुआ रहेगा। किन्तु विपरीति लिंग के प्रति यानी पे्रम संबंधों मे आकर्षण चरम पर रहेगा।
धनु - इस सप्ताह धनु राशि वाले के लग्न से द्वितीय भावगत मंगल का गोचर आपको बातों ही बातों में गुस्सा दिला सकता है। अतः अनावश्यक क्रोध से बचे। एवं शनि का संचारण आपके लिये धन एवं सुविधाओं का कारक बना हुआ रहेगा। जिससे आपको धन लाभ होगा। यदि आप प्रबंधन एवं न्याय के क्षेत्रों से जुड़े है। तो आपको ख्याति प्राप्त होगी। हालांकि सेहत में पीड़ाओं की स्थिति उभरने के पूरे आसार बने हुये रहेंगे। अतः अपने खान-पान का पूरा ध्यान दें। वहीं इसी प्रकार दूसरे भाव में गुरू का गोचर आपको सुकीर्ति एवं धन देने वाला रहेगा। जिससे आपको इस क्षेत्र में अच्छे लाभ की उम्मीदें और पुख्ता होगी। अवसर बनेगे। और पहुंचे हुये लोगों से सम्पर्क का लाभ भी प्राप्त होगा। चतुर्थ भावगत सूर्य का गोचर आपके लिये बैचैनी एवं पीड़ादायक रहेगा। हालांकि बुध का गोचर आपको उन्नति एवं शान्ति के ख्वाबों एवं ख्यालों को सजाने वाला रहेगा।
मकर - इस सप्ताह मकर राशि वाले लग्न भावगत मंगल के गोचर के कारण बातों ही बातों में अपने क्रोध को बढ़ाने वाले रहेंगे। जिससे कई बार उन्हें विवादों से गुजरना पड़ सकता है। किन्तु इसी प्रथम भावगत शनि भी गोचर करते हुये पहुंच जायेगे। जिससे शनि स्वगृही गोचर होने के कारण आपके धन एवं सम्मान को बढ़ाने वाले रहेंगे। इसी प्रकार प्रथम भावगत गुरू का गोचर आपके लिये बड़ा ही मंगलकारी बना हुआ रहेगा। जिससे आप सुखी होगे। इस दौरान आपके कई कामों के पूरा होने के आसार बने हुये रहेंगे। यदि आप अध्ययन करने वाले छात्र एवं छात्रायें है, तो अपने प्रयासों को तीव्र कर दें, गुरू सफलता का मंत्र देने के लिये बेताब है। यानी आपके लिये विद्या एवं संतान के मामलों में यह सप्ताह अच्छा बना हुआ रहेगा। इसी प्रकार सूर्य का पराक्रम भावगत गोचर आपके लिये बड़ा ही सुखद एवं शुभप्रद बना हुआ रहेगा। जिससे आप मांगलिक कामों को करने में जोर देगे।
कुम्भ - इस सप्ताह कुम्भ राशि वाले लग्न से द्वितीय भावगत सूर्य के गोचर से धन कमाने एवं उसे संग्रहित करने में सफल रहेंगे। या फिर किसी धन की पुनः वापसी का लाभ भी प्राप्त होगा। जिससे आप अपने कामों को बड़े ही तीव्र अंदाज में करने में लगे हुये रहेंगे। इसी प्रकार बुध ग्रह भी आपके धन एवं बल को बढ़ाने के संकेत दे दिये हैं। जिससे आपको अपने संबंधित कामकाजी जीवन में अच्छा लाभ होने के आसार बनते हुये रहेंगे। वैसे स्वास्थ्य को लेकर कुछ परेशानी की स्थिति बनी हुई रहेगी। इसी प्रकार सुख भावगत शुक्र का गोचर भी आपके लिये उन्नति शील बना हुआ रहेगा। जिससे आप इस समय अपने आप को सुखी व्यक्तियों की श्रेणी में रखा हुआ मानेगे। वैसे पंचम भावगत राहू का गोचर भी आपको कोई बहुत अच्छे परियाण नहीं देगा। अतः अपने किसी लेन-देन एवं संतान पक्ष को लेकर भी परेशान होगे।
मीन - इस सप्ताह मीन राशि वाले अपने धन को और समुन्नत करने तथा उसे बढ़ाने के बारे में सोचते हुये रहेंगे। हालांकि आप अपने धन की बचत के लिये कंजूसों की श्रेणी में शामिल हो सकते हैं। अतः ग्रहीय गोचर को समझते हुये अपने कामों को पूरी तन्नमयता से करने में लाभ रहेगा। हालांकि सुखभावगत राहू का गोचर आपके लिये परेशानियों का कारण बना हुआ रहेगा। जिससे आप परेशान रहेंगे। कहने का अभिप्राय यह है कि संबंधित ग्रहों के मध्यम से आप लड़ने की जुगत में न रहे। देशकाल एवं परिस्थिति के अनुसार ही कोई काम को करना चाहियें । सेहत के लिये यह सप्ताह अनुकूल बना हुआ रहेगा जिससे आप अपने कामों को और गति देकर सफल होते हुये रहेंगे। यानी इस माह आपको कई बार के कामों में अधिक सावधानी की जरूरत बनी हुई रहेगी। जिससे लोग अपने लक्ष्य के विल्कुल नजदीक बने हुये रहेंगे। यानी शुभ एवं पाप ग्रही योग होने के कारण आपको मिलेजुले परिणाम रहेंगे।