चंडीगढ़ - पंजाब की सहकारी चीनी मिलों द्वारा गन्ना काश्तकारों को बनती कुल अदायगी का भुगतान सितम्बर के पहले सप्ताह तक कर दिया जायेगा। यह प्रगटावा शूगरफैड के चेयरमैन अमरीक सिंह आलीवाल द्वारा जारी प्रैस बयान के द्वारा किया गया।
स. आलीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा के नेतृत्व में सहकारिता विभाग किसानों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है और उनकी बकाया राशि की मुकम्मल अदायगी के लिए सरकार द्वारा साल 2021-22 के बजट में 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
शूगरफैड के चेयरमैन ने बताया कि सहकारिता मंत्री के यत्नों स्वरुप राज्य की 9 सहकारी चीनी मिलों द्वारा साल 2019 -20 की बनती कुल अदायगी 486.24 करोड़ रुपए पहले ही गन्ना काश्तकारों को की जा चुकी है और साल 2020-21 की बनती कुल अदायगी 472.10 करोड़ रुपए में से 417.33 करोड़ रुपए की अदायगी की जा चुकी है और बकाया रहती 54.77 करोड़ रुपए की अदायगी में से 45.00 करोड़ रुपए की राशि जारी करने की वित्त विभाग द्वारा मंज़ूरी दी गई है और इसकी अदायगी सितम्बर के पहले सप्ताह गन्ना काश्तकारों को कर दी जायेगी।
स. आलीवाल ने यह भी बताया गया कि केंद्र सरकार द्वारा सहकारी चीनी मिलों की साल 2019 -20 की ऐक्सपोर्ट सब्सिडी और बफर स्टाक सब्सिडी की लगभग 9.77 करोड़ रुपए की अदायगी अभी तक जारी न किये जाने के कारण यह राशि जारी करवाने के लिए सम्बन्धित विभाग के साथ पहुँच की जा रही है और इसके जल्द जारी होने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया गया कि सहकारी चीनी मिलों द्वारा भारत सरकार की तरफ से जारी की जाती शुगर ऐक्सपोर्ट सब्सिडी और बफर स्टाक सब्सिडी की राशि भारत सरकार की हिदायतों के अनुसार गन्ने की अदायगी के लिए सीधे तौर पर गन्ना काश्तकारों के खातों में तबदील की जाती है और बकाया रहती 9.77 करोड़ रुपए की राशि भी जारी होने के उपरांत तुरंत गन्ना काश्तकारों के खातों में तबदील कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि पिछले सालों के दौरान यह पहली बार होगा कि पिछले पिढ़ाई सीजन की कुल अदायगी सितम्बर के पहले सप्ताह तक कर दी जायेगी।