चंडीगढ़ (मयंक मिश्रा ) - चंडीगढ़ का नाम अब देश के उन केंद्रशासित प्रदेशों या राज्यों की सूची में शामिल हो गया है जहां शत प्रतिशत योग्य जनसंख्या को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की ओर से शहर में वैक्सीन के लिए योग्य जनसंख्या 8,43,000 तय की गई है। मंगलवार तक शहर में 12.27 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुकी थी जिनमें से 8.57 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से वैक्सीन के लिए तय योग्य जनसंख्या को चंडीगढ़ ने पूरा कर लिया है। हाल ही में यूटी प्रशासन ने कोविड वैक्सीन के लिए योग्य जनसंख्या का मुद्दा मंत्रालय के साथ उठाया था और पूछा था कि चंडीगढ़ में कितने लोग वैक्सीन के योग्य हैं। ऐसे में मंत्रालय की ओर से जवाब दिया गया कि शहर में 8.43 लाख लोग 18 साल के ऊपर हैं।
यूटी के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने चंडीगढ़ के सभी डॉक्टरों, नर्सों और हेल्थ केयर वर्कर्स शहर में 100% लक्षित आबादी को कोविड वैक्सीन की पहली डोज देने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रशासन कोविड से जुड़े सभी मुद्दों से निपटने के अपने प्रयास पहले की तरह जारी रखेगा। ध्यान रहे कि प्रशासन ने 15 अगस्त को ही यह दावा कर लिया था कि चंडीगढ़ में शत प्रतिशत लक्षित आबादी को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है। स्वतंत्रता दिवस पर पूर्व प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने भी घोषणा की थी।
लेकिन, शत प्रतिशत कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य पार कर चुके राज्यों व यूटी की सूची में चंडीगढ़ को शामिल नहीं किया गया था। केंद्र सरकार का मानना था कि चंडीगढ़ प्रशासन ने अब तक शहर के सभी लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज का लाभ नहीं पहुंचाया है। वहीं यूटी प्रशासन का मानना था कि शहर में 18 साल से अधिक उम्र के 7,29,822 लोग हैं। ऐसे में प्रशासन ने लक्षित आबादी को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय से स्पष्टीकरण मांगा। प्रशासन और मंत्रालय की ओर से निर्धारित लक्षित आबादी में एक लाख से अधिक का अंतर है। लेकिन, अब प्रशासन ने यह लक्ष्य भी हासिल कर लिया है।
केंद्र सरकार द्वारा चंडीगढ़ को सूची में शामिल न करने पर प्रशासन का तर्क था कि केंद्र सरकार यह मानती है कि 18 साल से अधिक उम्र के यहां 15,75,709 लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की डोज लगनी चाहिए। वहीं, यूटी ने केंद्र के इस जवाब पर बताया है कि 2011 सेंसेस के मुताबिक शहर की कुल जनसंख्या 10,55,450 थी। इसमें अगर 17.2 फीसदी की ग्रोथ जोड़ दी जाए तो ये कुल जनसंख्या 2021 के मुताबिक 12,36,987 बनती है। ऐसे में कुल जनसंख्या का 59 फीसदी यानी 18 साल से उपर के 7,29,822 लोग बनते हैं।
दिसंबर तक दोनों डोज देने का लक्ष्य
दिसंबर तक शहर में सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशासन अब इस लक्ष्य को भी हासिल करने की तैयारी कर रहा है। सितंबर माह के लिए स्वास्थ्य विभाग को केंद्र से 98,640 वैक्सीन की डोज मिली है। सितंबर माह में केंद्र से विभाग को वैक्सीन की कुल 2.90 लाख डोज मिलेगी। टीकाकरण अभियान की रफ्तार थमने न पाए, इसके लिए अतिरिक्त डोज पहुंचाई जा रही है। जून में स्वास्थ्य विभाग को 61,940 के मुकाबले 89,140 डोज पहुंचाई गई थी।
जुलाई में विभाग को 1,50,110 डोज मिलनी थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को 2,19,160 डोज मिलीं थीं। ऐसे ही अगस्त में विभाग को 1,69,160 खुराक के मुकाबले 2,79,160 डोज मिली थी। स्वास्थ्य निदेशक डा. अमनदीप कौर कंग ने कहा कि विभाग के पास वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। वैक्सीन का पर्याप्ट स्टॉक पड़ा है, इस स्टॉक से लगातार दो महीने तक टीकाकरण चल सकता है।
डा. कंग ने कहा कि चंडीगढ़ के पड़ोस में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल के शहर जुड़े हैं, ऐसे में यहां के लोग भी शहर आकर वैक्सीनेशन करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 26,237 हेल्थ केयर वर्करों के कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। विभाग अब तक 103.21 फीसदी यानी 27,078 हेल्थ केयर वर्करों को मंगलवार तक वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। इसी तरह 22,428 फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। विभाग अब तक 215.59 फीसदी यानी 48,352 हेल्थ केयर वर्करों को मंगलवार तक वैक्सीन की पहली डोज लगा चुका है।