चंडीगढ़ - शहर में दिसंबर को होने वाले नगर निगम चुनाव में इस बार मतदान केंद्रों की संख्या 700 से अधिक होगी। जबकि 2016 में हुए नगर निगम चुनाव में 445 मतदान केंद्र थे। नगर निगम में 13 गांवों के शामिल होने के कारण बढ़े वार्डों के कारण और कोविड के कारण एक मतदान केंद्र में मतदाताओं की संख्या 1000 तक सीमित करने के कारण नगर निगम चुनाव में इस बार ज्यादा मतदान केंद्र होंगे। दो साल पहले हुए लोक सभा चुनाव में शहर में 597 मतदान केंद्र थे। से में पहली बार शहर में 700 से अधिक मतदान केंद्र होंगे।
नगर निगम चुनाव को लेकर वीरवार को स्टेट इलेक्शन कमीश्नर एसके श्रीवास्तव ने यूटी के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल व अन्य अधिकारियों के साथ यूटी गेस्ट हाऊस में बैठक की। बैठक में दिसंबर 2021 में होने वाले नगर निगम चुनावों की तैयारी से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। वर्तमान नगर निगम का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। बैठक में श्रीवास्तव को बताया गया कि चूंकि चंडीगढ़ प्रशासन ने 13 गांवों को नगर निगम में विलय करने के लिए परिसीमन आदेश जारी किया है, इसलिए इस बार मतदान केंद्रों की संख्या में काफी वृद्धि होगी।
श्रीवास्तव ने प्रशासक के सलाहकार से कहा कि सुचारू और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए और पुलिस कर्मी प्रदान किए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आवश्यक तैयारी समय पर की जाए। बैठक में वर्तमान महामारी परिदृश्य पर भी चर्चा की गई और प्रशासक के सलाहकार ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर को आश्वासन दिया कि प्रशासन चुनावों के दौरान निर्धारित कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पर्याप्त प्रावधान करेगा। उन्होंने कहा कि सभी विभागाध्यक्षों द्वारा समयबद्ध तरीके से सभी पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव के लिए प्रशासन ने नए सिरे से वार्डबंदी की हैअब वार्ड की संख्या 26 से बढ़कर 35 हो गई है। ऐसे में 35 पार्षद चुनकर नगर निगम पहुंचेंगे। नए सिरे से वार्डबंदी होने से अब कई चुनाव लड़ने वाले इच्छुक नेताओं और वर्तमान पार्षदों का खेल भी बिगड़ गए जाएंगे, क्योंकि कई पार्षदों के एरिया में नया एरिया जुड़ गया है तो कुछ का पुराना एरिया छूट गया है। 2019 में प्रशासन में 13 गांव नगर निगम में ट्रांसफर किए थे। इन सभी गांवों के एरिया को वार्ड में शामिल कर दिया है। जबकि अब चंडीगढ़ में पूरी तरह से पंचायती राज समाप्त हो गया है।