चंडीगढ़ (सोनिया अटवाल) - पंजाब यूनिवर्सिटी में कई बार स्थगित किए जाने के बाद आखिरकार रविवार को सीनेट चुनाव का पहला फेज संपन्न हो गया। मतदान सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक चला। इस दौरान 14.66 फ़ीसदी मतदान हुआ । जबकि चंडीगढ़ में मतदान 8.65 फ़ीसदी रहा। जानकारी के मुताबिक चुनाव में 43 उम्मीदवार मैदान में खड़े थे, जिनमें से एक उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया और एक उम्मीदवार की मौत होने के बाद 41 उम्मीदवार मैदान में रह गए थे। पहले फेज के चुनाव में सीनेट के 15 सदस्यों का चयन होगा। वहीं रविवार को मदतान के लिए चंडीगढ़ में 32 मतदान केंद्र बनाए गए थे। जबकि पीयू सीनेट स्नातक वर्ग का चुनाव 211 बूथों पर हुआ।
स्नातक वर्ग का चुनाव कई बार तय हुआ और स्थगित भी हो गया था। वहीं हाईकोर्ट ने भी इसे कराने के आदेश पीयू को दिए थे। जिसके बाद पीयू को चुनाव करवाने पड़े। इसी क्रम में प्रथम चरण में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में चुनाव के लिए मतदान हो रहे हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट में लंबे समय से दो धड़े चले आ रहे हैं। जिनमें एक गुट को गोयल एंड गोयल गु्रप के नाम से जाना जाता है जबकि दूसरे गु्रप का भाजपा गु्रप का माना जाता है। दोनों ही गु्रप में लंबे समय से कशमश भी चलती रही है। अभी तक हुए विभिन्न चरणों के चुनाव में दोनों ही ग्रुप का पलड़ा बराबर का रहा है।
दोनो चरणों की वोटिंग के बाद घोषित होगा नतीजा:
दूसरे चरण में 61 बूथों पर जगह नहीं मिल पाने के कारण पहले चरण में मतदान नहीं हो सका। जहां पर चुनाव दूसरे चरण में होगा, मतदान का समय सुबह आठ से शाम पांच बजे तक है। जो बैलेट पेपर से चुनाव कराया जा रहा है। दोनों चरणों की चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद मत पेटियां पीयू में लाई जाएंगी और मतगणना सभी चरणों के चुनाव होने के बाद की जाएगी। पीयू के जानकारों की मानें तो मतदान अक्टूबर के दूसरे शनिवार या रविवार हो सकता है। क्योंकि महीने के दूसरे शनिवार में ज्यादातर उच्चतर शिक्षण संस्थान बंद होते हैं और उस समय पर सिविल सर्विस का कोई एग्जाम भी नहीं होता है।
मजबूत उम्मीदवार दे रहे एक-दूसरे को कड़ी चुनौती:
ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र से महिलाओं की भागेदारी भी अब बढ़ गई है। इस बार काफी संख्या में महिलाएं मैदान में रही। असिस्टेंट प्रोफेसर मनिदर कौर जीत की दावेदार हैं। उधर, पीयू के आइसीएसएसआर सेंटर से रिटायर अवतार सिंह भी इस बार बड़ा उलटफेर कर सकते हैं। संदीप कुमार बंदलिस तीसरी बार सीनेट में एंट्री के लिए चुनावी मैदान में रहेें। पीयू में स्टूडेंट काउंसिल प्रेसिडेंट रहे सोपू नेता भूपेंदर सिंह बाठ भी विरोधियों को कड़ी टक्कर देकर सीनेट में आने की कोशिश में दिखे। असिस्टेंट प्रोफेसर दिलराज सिंह और सागर कुमार खुराना भी ग्रेजुएट क्षेत्र से जीत के लिए जुटे रहे। अब देखना होगा कि नतीजों में इस बार किसका पलड़ा किस पर भारी रहा है।