Follow us on
Friday, April 19, 2024
BREAKING NEWS
Haryana News: विद्यार्थियो की वोट बनवाने के लिए हुआ विशेष कैम्प का आयोजनUttarakhand News: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने देहरादून पहुंच कर किया मतदानलोकसभा की 102 सीटों पर 21 राज्यों में मतदानः कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी, शाम 6 बजे तक होगी वोटिंग तमिलनाडु में लोस चुनाव के लिए मतदान जारी, सुबह नौ बजे तक 12.55 प्रतिशत मतदानBreaking: बिहार की 4, राजस्थान की 12, एमपी की 6 और यूपी की 8 लोकसभा सीटों समेत 21 राज्यों में हो रही पहले चरण की वोटिंग Chandigarh News: जिला कांग्रेस मनीमाजरा ने तिवारी और लक्की को किया सम्मानितउप्र की आठ लोकसभा सीट पर पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान कल, सुरक्षा के कड़े इंतजामHaryana News: पंचकूला में खाई में पलटी कार, एक की मौत, 4 घायल
World

म्यांमा की अदालत ने अपदस्थ नेता सू ची पर फैसला टाला

December 01, 2021 07:09 AM

बैंकॉक - म्यांमा की एक अदालत ने अपदस्थ नेता आंग सान सू ची के मुकदमे में एक अतिरिक्त गवाह को गवाही देने की अनुमति देते हुए अपना फैसला मंगलवार को टाल दिया। एक कानूनी अधिकारी ने कहा कि अदालत बचाव पक्ष के उस प्रस्ताव पर सहमत हुई कि वह एक डॉक्टर को गवाही देने की अनुमति दे जो पहले अदालत में आ पाने में असमर्थ था।

एक फरवरी को सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा करने, सूची को गिरफ्तार करने और उनकी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी को कार्यालय में दूसरा कार्यकाल शुरू करने से रोक देने के बाद से 76 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता के लिए यह पहला अदालती फैसला होगा।

उन पर भ्रष्टाचार सहित कई अन्य आरोपों में भी मुकदमे चल रहे हैं, जिनमें दोषी ठहराए जाने पर उन्हें कई वर्षों तक जेल में रहना पड़ सकता है। अदालत को सू ची के खिलाफ लगाए गए कोरोना वायरस प्रतिबंधों का उल्लंघन करने और उकसाने के आरोपों में मंगलवार को फैसला सुनाना था।

कानूनी अधिकारी ने कहा कि न्यायाधीश ने छह दिसंबर तक कार्यवाही स्थगित कर दी, जब नए गवाह, डॉ ज़ॉ म्यिंट मौंग की गवाही का दिन तय है। यह साफ नहीं हो सका है कि फैसला कब सुनाया जाएगा। सू ची के खिलाफ मामलों को व्यापक रूप से उन्हें बदनाम करने और अगला चुनाव लड़ने से रोकने के लिए साजिश के रूप में देखा जाता है। देश का संविधान किसी को भी जेल की सजा सुनाए जाने पर उच्च पद पर आसीन होने या सांसद-विधायक बनने से रोकता है।

म्यामां में गत नवंबर में हुए चुनाव में सू ची की पार्टी को एकतरफा जीत मिली थी जबकि सेना से संबद्ध दल को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। तब सेना ने मतदान में धंधली का आरोप लगाया था। लेकिन स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षकों को जांच में किसी बड़ी अनियमितता का पता नहीं चला।

सू ची की लोकप्रियता बरकरार है और उन्हें लोग आज भी सैन्य शासन के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक मानते हैं। सत्ता पर सेना के कब्जा किए जाने का देशव्यापी विरोध हुआ और इसे सुरक्षा बलों ने निर्ममता से कुचला। ‘‘असिस्टेन्स एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स’’ के आंकड़े बताते हैं कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में करीब 1,300 नागरिकों की जान गई।

 
Have something to say? Post your comment
More World News
हांगकांग की इमारत में आग लगने से कम से कम पांच लोगों की मौत, 27 घायल पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए दो बम विस्फोट, तीन लोगों की मौत और 20 घायल: पुलिस अमेरिका में भाजपा समर्थकों ने 20 शहरों में निकाली कार रैली भारत राष्ट्रीय संप्रभुत्ता को बनाए रखने में फिलीपीन का समर्थन करता है : जयशंकर हमास ने युद्धविराम के नए प्रस्ताव को खारिज किया, इजराइल पर प्रमुख मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया फ्लोरिडा के गवर्नर ने नाबालिगों के लिए सोशल मीडिया पाबंदी वाले विधेयक पर मुहर लगाई कंधार के बैंक में आत्मघाती हमला, तीन की मौत, 12 जख्मी पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में भारत के साथ काम कर रहे हैं: बाइडन प्रशासन भारत-जापान के लिए कई समाधान क्वाड में उनकी भागीदारी पर निर्भर करते हैं : जयशंकर इजराइल में टैंक रोधी मिसाइल हमले में मारे गए भारतीय श्रमिक का शव स्वदेश भेजा गया