चंडीगढ़: यूटी प्रशासन के एस्टेट ऑफिस की ओर से शहर में हाउसिंग बोर्ड के मकानों में अवैध निर्माणों बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया गया है। बुधवार को सेक्टर 41 में बुधवार को 6 मकानों में अवैध निर्माण को ढहाया गया। इस दौरान यहां पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी बुलाया गया था। मकानों में हो रखे अवैध निर्माण को ढहाने के लिए एस्टेट ऑफिस की टीम सुबह ही पहुंच गई थी।
विधवा महिला बेहोश हुई बेहोश
इस दौरान यहां कर्मियों की स्थानीय लोगों से बहस भी हुई। हालांकि प्रशासनिक आदेशों के आगे लोग भी बेबस नजर आए। इस दौरान एक बुजुर्ग विधवा महिला बेहोश भी हो गई। उसके मकान पर भी एस्टेट ऑफिस का हथौड़ा चला। उसे स्थानीय लोगों ने एक टेबल पर लिटाया और उसकी हालत ठीक करने की कोशिशें की। उसके बाद बुजुर्ग महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। यह महिला अपने घर पर हो रही तोड़फोड़ की कार्रवाई से बौखला गई थी और चीख-पुकार करते हुए बेहोश हो गई थी। करीब 3 से 4 घंटे तक यह कार्रवाई चलती रही।
एस्टेट ऑफिस को क्या सिर्फ सेक्टर 41 ही नजर आता है: पार्षद
स्थानीय पार्षद हरदीप सिंह ने कहा कि एस्टेट ऑफिस को क्या सिर्फ सेक्टर 41 ही नजर आता है। शहर के कई सेक्टरों में इस प्रकार के निर्माण हो रखे हैं। उन्होंने कहा कि सेक्टर के लोगों ने कोरोना में शहरवासियों की पूरी मदद की। ज़रुरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाया। फिर भी प्रशासन यहां के लोगों पर यह कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया जाएगा। वहीं, प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार इन्हें पहले डिमोलिशन नोटिस जारी हो चुके हैं। इनके द्वारा अवैध निर्माण न ढहाने के चलते एस्टेट ऑफिस की ओर से यह कार्रवाई की गई है।
कोर्ट के फैसले के मुताबिक हो रही कार्यवाही: प्रशासन
बीते 29 मार्च को भी इन मकानों में रहने वाले लोगों को कहा गया था कि 10 दिनों में यह अवैध निर्माण को हटा दें। लोगों द्वारा खुद बिल्डिंग वायलेशन न ढहाने के चलते यह प्रशासन को यह कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रशासन कई कोर्ट केसों में भी आर्डर का इंतजार कर रहे हैं। कोर्ट आदेशों के हिसाब से अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन भी घरों में अवैध निर्माण किए गए हैं वहां नोटिस जारी हो रखे हैं। कुल 628 मकानों की सूची एस्टेट ऑफिस ने बनाई है जहां पर इस प्रकार की कार्रवाई करनी है। इन केसों में कोर्ट के फैसले के मुताबिक यह निर्माण तोड़ा जा रहा है।
कालोनी नंबर 4 को जल्द ढहाएगा प्रशासन
चंडीगढ़ एस्टेट ऑफिस जल्द ही कालोनी नंबर 4 को ढहा देगा। एस्टेट ऑफिसर विनय प्रताप सिंह के अनुसार सप्ताह भर में यह कार्रवाई की जा सकती है। एस्टेट ऑफिस की ओर से कालोनी में अवैध निर्माण ढहाने को लेकर घोषणाएं की जा रही हैं।प्रशासन ने दो महीने पहले 15 फरवरी को नोटिस बोर्ड कालोनी में लगाए थे, जिसमें कालोनी को 2 महीने में खाली करने का वक्त दिया गया था। इसके बावजूद कालोनी निवासी नहीं हटे, क्योंकि उनके पास कोई और छत नहीं है।
कालोनी नंबर 4 में 2 हजार के लगभग परिवार हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों को सरकारी मकान मिलना असंभव हैं। सैकड़ों परिवार ऐसे हैं, जो प्रशासन की पुनर्वास योजना में लाभार्थी नहीं हैं। एस्टेट ऑफिस कॉलोनी नंबर 5, मजदूर कॉलोनी, कुलदीप कॉलोनी, पंडित कॉलोनी, नेहरू कॉलोनी, अंबेडकर कॉलोनी, कजेहड़ी कॉलोनी और मद्रासी कलोनी को खाली करवाकर लगभग 200 एकड़ जमीन छुड़वा चुका है। अब शहर में कुछ ही अवैध कालोनियां बची हैं। इनमें से कालोनी नंबर 4 और संजय कालोनी बड़ी कालोनियां हैं, जिन पर बुलडोजर चलाकर काफी जमीन छुड़वाने की तैयारी चल रही है।