चंडीगढ़ - गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की 161वीं वर्षगांठ के अवसर पर शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता की ओर से सोमवार को स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी, चंडीगढ़ और गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-18 सी के सहयोग से चौथा किताबां दा लंगर-पुस्तक दान अभियान आयोजित किया गया। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की जज और स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी, चंडीगढ़ की चेयरपर्सन जस्टिस ऋतु बाहरी इस मौके पर मुख्य अतिथि थीं। इस मौके पर उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज और स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी, चंडीगढ़ के मेंबर सेक्रेट्री सुरेंद्र कुमार, चंडीगढ़ की डीईओ प्रभजोत कौर, सीनियर एडवोकेट रीटा कोहली, समाज सेविका ईवा राव, युवसत्ता के संयोजक प्रमोद शर्मा और गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-18 सी की प्रिंसिपल राज बाला शामिल थे।
इस मौके पर जस्टिस ऋतु बाहरी ने इस पहल में शामिल उन 24 पार्टनर स्कूलों के हेड्स और प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जिनके स्कूल के छात्र-छात्राओं ने ग्रामीण इलाकों और बस्तियों में रहने वाले आर्थिक तौर पर पिछड़े बच्चों को चार हजार से अधिक पुस्तकें दान में दी हैं तथा जिन्होंने हाल ही में ईद के मौके पर जामा मस्जिद, सेक्टर-20 को गमले में लगे हुए पौधे उपहार में भेंट किए थे। इन स्कूलों में न्यू पब्लिक स्कूल, सेंट जोसफ सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, टिंबर मार्केट, सेक्टर-26, गुरुकुल ग्लोबल स्कूल, आईएस देव समाज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, एकेसिप्स स्मार्ट स्कूल, सेक्टर-41 बी, एकेसिप्स, सेक्टर-45, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, धनास, पीएमएल एसडी पब्लिक स्कूल, किड्स-आर-किड्स स्कूल, अंकुर स्कूल, गवर्नमेंट हाई स्कूल, सेक्टर-30 ए, मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल, आरआईएमटी वर्ल्ड स्कूल, एमडीएवी स्कूल, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-8 बी, कुंदन इंटरनेशनल स्कूल, सेक्रेड हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेंट कबीर स्कूल, भवन विद्यालय, सेंट सोल्जर इंटरनेशनल स्कूल, सेंट जॉन्स हाई स्कूल और गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-18 सी शामिल हैं।
अधिक से अधिक बच्चों में पढ़ने की खुशी को बढ़ावा देने के लिए 'किताबां दा लंगर' के इस अनोखे विचार की सराहना करते हुए जस्टिस ऋतु बाहरी ने कहा कि एक अच्छी किताब आपको सूचित कर सकती है, आपको समझा सकती है और आपको सही दिशा में ले जा सकती है। और युवा छात्रों को सोशल मीडिया साइट्स पर समय बर्बाद करने के बजाय किताबों को अपना आजीवन दोस्त बनाना चाहिए। जिन पुस्तकों को हम बच्चों के रूप में पढ़ते हैं, उसकी सीख जीवन भर हमारे साथ रह सकती है। उन्होंने कहा कि पढ़ने की आदतें न केवल हमारे ज्ञान, स्मृति, विश्लेषणात्मक सोच कौशल को बढ़ाती है और एकाग्रता में सुधार करती है बल्कि अच्छी किताबें हमें एक बेहतर इंसान भी बनाती हैं।
गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-18 सी की प्रिंसिपल राज बाला ने कहा कि किताबों का आदान-प्रदान एक नया विचार है, जिसके द्वारा युवा छात्र अपनी आने वाली गरमी की छुट्टियों में न केवल अधिक से अधिक नई किताबें पढ़ सकते हैं बल्कि वे किताबों के पुन: उपयोग से कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सहयोग कर पाएंगे और किताबें खरीदने पर होने वाले खर्च में बचत कर पाएँगे। स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी, चंडीगढ़ के मेंबर सेक्रेट्री सुरेंद्र कुमार ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हो रही है कि पुस्तक दान अभियान 'किताबां दा लंगर ' को लेकर पार्टनर स्कूलों के स्टूडेंट्स से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। किताबों की शक्ति के माध्यम से स्टूडेंट्स हमारी कई अलग-अलग संस्कृतियों और जीवन शैली, चुनौतियों और ताकतों के साथ साथ पृष्ठभूमि का पता लगा सकते हैं। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी स्टूडेंट्स अपननी कम्युनिटी में अपनेपन की भावना महसूस करें।
इस प्रोग्राम के मुख्य आयोजक युवसत्ता के संयोजक प्रमोद शर्मा ने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं जहां किताबें स्थान या लागत की बाधाओं के बिना सभी के लिए उपलब्ध हैं। इसलिए, वे भविष्य में इस तरह के अधिक से अधिक कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे। इस तरह छात्र और शिक्षक किताबों को दान करने में खुशी महसूस कर सकते हैं। इससे किसी और को भी उस किताब को पढ़ने का आनंद मिलेगा। साथ ही यह आपके घर पर किताबों की अव्यवस्था को साफ करता है। और यह अभियान विशेष रूप से युवाओं के बीच पढ़ने की आदत को विकसित करने में भी मदद करेगा।