चंडीगढ़ (मयंक मिश्रा) - चंडीगढ़ में अब वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और थर्ड रजिस्ट्रेशन मार्क (कलर कोडेड स्टीकर) नहीं लगाने पर चालान काटना शुरू किया न होने पर चालान शुरू हो गए हैं। ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाने वाले वाहन चालकों के चालान काटने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में जिस वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होगी उसका ट्रैफिक पुलिस चालान कर रही है और चालान की राशि 5 हजार रुपये वसूली जा रही है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से जब से चालान काटे जा रहे हैं उसके बाद से ही सेक्टर-17 स्थित रजिस्टरिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) में एचएसआरपी के लिए लंबी कतारें लग रही है। आवेदन के लिए आरएलए ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प दे रखे हैं लेकिन लोगों को काफी दिक्कत आ रही है।
पुलिस की टीम ने पहले हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाने वाले वाहन चालकों को जागरूक किया था तथा उन्हें नंबर प्लेट लगवाने के लिए समय भी दिया था। पुलिस का कहना है कि बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाले वाहन चालकों के चालान काटने की प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। इसमें किसी को नहीं बख्शा जाएगा। हालांकि अभी तक यह शिकंजा चंडीगढ़ के रजिस्टर्ड गाड़ियों पर ही कसा जा रहा है। जबकि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश सहित दूसरे राज्यों के वाहन चालक को छूट दी गई है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार वाहनों पर कलर कोडिड स्टीकर भी लगाने आवश्यक है। ट्रैफिक पुलिस ने अपील भी की है कि अगर किसी ने हाई सिक्योरिटी प्लेट व स्टीकर अप्लाई नहीं किया है तो वह तुरंत अप्लाई कर ले। वहीं, पुलिस की ओर से यह भी कहा गया कि अगर पुराना वाहन है तो वह आरएलए में जाकर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट व कलर कोडेड स्टीकर अप्लाई कर सकता है।
कलर कोडेड स्टीकर वाहन की विंडशील्ड स्क्रीन पर लगाया जाता है जिसमें स्पीकर का कलर वाहन के फ्यूल को दर्शाता है पेट्रोल वाहन का स्टिकर नीले कलर का और डीजल वाहन का स्टीकर ऑरेंज कलर का होता है इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों का स्टिकर अलग कलर का होता है इन स्टीकर से ट्रैफिक पुलिस या अन्य अथॉरिटी को वाहन के फ्यूल का पता चल जाता है जिससे वह जानकारी हासिल कर सकते हैं l नए नियमों के तहत कलर कोडेड स्टीकर या थर्ड रजिस्ट्रेशन मार्क लगा हुआ हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ही अब मान्य होगा।हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) पर एक होलोग्राम स्टिकर लगा है। इस पर इंजन और चेसिज नंबर होता है। एल्युमनियिम प्लेट पर प्रेशर मशीन से नंबर लिखा जाता है। इस पर लेजर कोडेड बार भी होते हैं, जिनपर इंडिया लिखा रहता है। अगर, वाहन चोरी की है या एचएसआरपी के साथ छेड़छाड़ की गई है तो वाहन पोर्टल पर लेजर कोड से वाहन का पूरा ब्यौरा होगा
ऐसे लगवा सकते हैं हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट
ऑनलाइन का विकल्प चुनते ही लिंक आपको सीधे एमएस टेस्ट सिक्योरिटी लाइसेंस प्लेट्स प्राइवेट लिमिटेड की वेबसाइट पर ले जाएगा। आरएलए ने इसी कंपनी को नंबर प्लेट लगाने का काम सौंपा है। लोगों को इस कंपनी की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा। हालांकि लोगों की शिकायत है कि वेबसाइट पर आवेदन करने में काफी परेशानी हो रही है। दूसरी तरफ, ऑफलाइन आवेदन करने के लिए विभाग की वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड हो जाएगा और उसे सेक्टर-17 स्थित आरएलए, सेक्टर-42 स्थित एसडीएम (दक्षिण) कार्यालय और इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एसडीएम (पूर्व) कार्यालय में जमा कराया जा सकता है। हालांकि इसके लिए भी लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इन जगहों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। हालांकि, नया वाहन खरीदने वाले लोगों को डीलर प्वाइंट पर ही हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लग जाएगी।