यमुनानगर: कैल कचरा निस्तारण प्लांट से आरडीएफ (रिफ्यूज डिराइव्ड फ्यूल) का उठान शुरू हो गया है। प्लांट से आरडीएफ व जैविक खाद के उठान उचित तरीके व जल्द से जल्द हो, इसके लिए अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार ने कैल कचरा निस्तारण प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रिकार्ड रजिस्टर की जांच की और प्लांट से आरडीएफ व जैविक खाद लेकर जा रहे प्रत्येक वाहन कर रिकार्ड चेक किया। उन्होंने सफाई निरीक्षकों व एजेंसी को जल्द से जल्द प्लांट से आरडीएफ खाली करने के निर्देश दिए। साथ ही रजिस्टर में प्रत्येक वाहन की वजन समेत एंट्री दर्ज करने को कहा गया।
बता दें कि कुछ दिन पहले निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने अधिकारियों के साथ कैच कचरा निस्तारण प्लांट का निरीक्षण किया था। तब प्लांट में आरडीएफ ( प्लास्टिक, ई-वेस्ट, पॉलीथिन, कपड़े, जूते-चप्पल व न गलने वाले पदार्थ) के ढेर मिले थे। तब उन्होंने संबंधित एजेंसी को तीन दिन के भीतर इसका उठान शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके तीन दिन बाद एजेंसी ने आरडीएफ का उठान करना शुरू कर दिया। उठान कार्य उचित तरीके से हो रहा है या नहीं, इसकी जांच के लिए अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार, सफाई निरीक्षक प्रदीप दहिया, सहायक सफाई निरीक्षण सचिन कांबोज व अन्य के साथ प्लांट पर पहुंचे।
जहां उन्होंने आरडीएफ के हो रहे उठान कार्य का जायजा लिया और रजिस्टर की जांच की। वहीं, प्लांट में भारत विकास ग्रुप कंपनी द्वारा बायो रेमेडिएशन तकनीक से बनाए जा रहे जैविक खाद की जांच की। उन्होंने सफाई निरीक्षकों व संबंधित एजेंसी को आरडीएफ का जल्द से जल्द उठान करने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि कैल प्लांट में कचरा निस्तारण का काम पुणे की भारत विकास ग्रुप कंपनी को अलॉट किया गया था। कंपनी से कैल कचरा प्लांट में लंबे समय से डंप हो रहे लगभग सवा लाख टन कचरे का निस्तारण किया।
कचरे के प्रबंधन के दौरान बायो रेमेडिएशन तकनीक से जैविक खाद तैयार की गई है। इसके अलावा आरडीएफ (रिफ्यूज डिराइव्ड फ्यूल), बायो सायल व ईंट-कंकड़ अलग-अलग किया गया है। जैविक खाद का किसानों द्वारा खरीदा जा रहा है। कुछ दिन पहले तक आरडीएफ का उठान नहीं हो पा रहा है, लेकिन अब एजेंसी द्वारा इसका उठान भी शुरू किया गया है। अतिरिक्त निगमायुक्त धीरज ने कहा कि नगर निगम शहर को सुंदर, साफ व स्वच्छ बनाने के लिए प्रयासरत है। शहरवासी भी शहर को सुंदर बनाने में सहयोग करें। खुले में कचरा न डाले और न ही नालों व नालियों में कचरा फेंके।