चंडीगढ़ (मयंक मिश्रा): पानी में उत्तर भारत का सबसे बड़ा तैरता हुआ सोलर प्लांट स्थापित किया है। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने सोमवार को सेक्टर 39 स्थित वाटर वर्क्स में 2000 केडब्लूपी के नार्थ इंडिया के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन किया गया। वहीं उन्होंने 500 केडब्लूपी के फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट का धनास लेक पर भी उद्घाटन किया। यहां फव्वारे भी लगाए गए हैं जो कि सोलर एनर्जी से चलते हैं। इस मौके पर शहर की सांसद किरण खेर, चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल, मेयर अनूप गुप्ता और चंडीगढ़ प्रशासन के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के सचिव तथा चंडीगढ़ रिन्युएबल एनर्जी साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी (क्रेस्ट) के सीईओ देबेंद्र दलई भी मौजूद रहे। प्रशासक सोमवार को सुबह सेक्टर 39 वाटर वर्क्स पहुंचें यहां वह 2000 केडब्लूपी फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन किया। जिसके बाद वह धनास लेक की तरफ गए।
वहां लेक पर बनाए गए 500 केडब्लूपी फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन किया गया। सेक्टर 39 वाटर वर्क्स पर स्थापित फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट पर करीब 11.70 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। जबकि धनास लेक पर लगे प्रोजेक्ट को स्थापित करने में 3.34 करोड़ रुपये लगे हैं।
प्रशासक ने धनास स्थित लेक के विकास और सुंदर फव्वारों के साथ इसे शहर का एक और पर्यटन स्थल बनाने के लिए क्रेस्ट और वन और वन्यजीव विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अभी तक शहर के लोगों को सिर्फ सुखना लेक के बारे में ही जानकारी थी। उन्होंने लोगों से अपने घरों, कार्यालयों की छतों पर सोलर पॉवर प्लांट स्थापित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने शहर के नागरिकों से सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन के साथ हाथ मिलाने को कहा। प्रसासक ने कहा कि सोलर एनर्जी न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है इससे लोगों का पैसा भी बचता है। वहीं, सांसद किरण खेर ने फव्वारों के साथ फ्लोटिंग सोलर प्लांट के इस प्रोजेक्ट के साथ लेक को एक अलग ऊंचाई तक बढ़ते हुए देखने पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रशासक के सलाहकार ने इन दो अनूठी फ्लोटिंग प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन पर क्रेस्ट के प्रयासों की सराहना की, जो उत्तर भारत में अपनी तरह की अनूठी परियोजना है।