चंडीगढ़: ग्रीष्मकालीन अवकाश में विद्यार्थी मौज-मस्ती के साथ शिष्टाचार सीखेंगे। जी हां, इस बार गर्मियों की छुटि्टयों में विद्यार्थी हरियाणवीं संस्कृति और रीति-रिवाजों को जानेंगे। शिक्षा विभाग की केश कला एवं कौशल विकास विभाग की टीम ने इस बार हरियाणवीं संस्कृति से जुड़ा ‘हरियाणा को जानो’ होमवर्क श्रृंखला को तैयार किया है।
प्रदेश के राजकीय व प्राइवेट स्कूलों में पहली जून से ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत होगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विद्यार्थियों को भारी-भरकम होमवर्क की बजाय शिक्षा विभाग ने हरियाणवीं संस्कृति से जोड़ने की योजना तैयार की है। कक्षा तीन से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियां के लिए शिक्षा विभाग द्वारा अलग-अलग चार वर्गों में होमवर्क की पीडीएफ तैयार की है, जिसमें विद्यार्थी लुप्तप्राय होने के कगार पर पहुंची हरियाणवी विरासत एवं संस्कृति के महत्व एवं ज्ञान को जमीनी स्तर पर समझेंगे।
राह ग्रुप फाउंडेशन के सहयोग से तैयार ‘हरियाणा को जानो’ नामक होमवर्क श्रृंखला में हरियाणा प्रदेश में होने वाली वर्षा, मिट्टी, जलवायु, तापमान, भूकम्प संभावित क्षेत्रों, एन.सी.आर. में शामिल जिलों, ड्रोक जोन में तब्दील होते ब्लॉकों, विधानसभा व लोकसभा क्षेत्रों सहित डेढ़ दर्जन से अधिक विषयों को मानचित्रों के साथ समझाया गया है। जिससे कि विद्यार्थी प्रदेश के प्रत्येक जिले व दूसरे गहन विषयों को आसानी से समझ सकेंगे।
केश कला एवं कौशल विकास विभाग के निदेशक नरेश सेलपाड़ के मुताबिक विद्यार्थी हरियाणवीं संस्कृति से रूबरू हों, इन पहलुओं को लेकर होमवर्क तैयार किया गया है। कक्षा तीन से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों को अलग-अलग श्रेणी में रखा गया है।‘हरियाणा को जानो’ नामक होमवर्क श्रृंखला को विश्व स्तरीय मानकों के साथ बीस से अधिक एक्सपर्ट ने तैयार किया है।