Kalka ShimlaToy train: शिमला- कालका के बीच चलने वाली ऐतिहासिक टॉय ट्रैन में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। कालका-शिमला रेलवे लाइन पर जल्द ही 115 वर्षों से चल रही टॉय ट्रेन एक अलग ही रूप-रंग में दौड़ती नजर आएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके साथ अब विस्टाडोम कोच जोड़े जाएंगे। ये कोच कपूरथला की रेल कोच फैक्टरी में बनाए गए हैं। ट्रायल के बाद ये टॉय ट्रेन का हिस्सा बन जाएंगे।
मुख्य अतिथि जीएम आरसीएफ ने कहा कि इन कोच को कालका-शिमला रूट पर दूसरे चरण के ऑसीलेशन ट्रायल के लिए आरसीएफ से भेजा जा रहा है। इनमें एक एसी एग्जीक्यूटिव चेयर कार, एक एसी चेयर कार, एक नॉन एसी चेयर कार और एक लगेज कार शामिल हैं।
जीएम ने बताया कि स्विजरलैंड की ट्रेन को टक्कर देने वाले इन कोच की प्रति कोच लागत एक करोड़ रुपये आई है। उन्होंने बताया कि एसी एग्जीक्यूटिव 1.13 करोड़ तो लगेज कोच 90 लाख रुपये में बना है। इन चारों की औसतन कीमत निकाली जाए तो यह एक करोड़ रुपये बैठती है।
इन कोच में एयर कंडीशनिंग सिस्टम, बिजली सप्लाई, पैंट्री, बायो-वैक्यूम टॉयलेट, लाइटिंग व फ्लोरिंग आदि के नए डिजाइन में कई महत्वपूर्ण काम किए गए हैं, जिससे यात्री इसमें बैठकर शिमला की हसीन वादियों का लुत्फ उठा सकें। कोच में पावर विंडो की सुविधा दी गई और पैनारोमिक कोच में छत पर लगे शीशे को यात्री अपनी सुविधा अनुरूप धूप से बचाव के लिए ब्लर भी कर सकेंगे।