चंडीगढ़: प्रदेश के भर 67 हजार 758 किसानों को खातों में एक क्लिक से 181 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि पहुंची। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के जरिये किसानों के खाते में सीधे मुआवजा राशि ट्रांसफर की। इस दौरान उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, कृषि मंत्री जेपी दलाल प्रमुख तौर पर मौजूद रहे तो जिला उपायुक्त वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये जुड़े।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार द्वारा फसल क्षति का विशेष सर्वेक्षण किया था, जिसके अनुसार 18 जिलों में 2.09 लाख एकड़ में फसल की क्षति दर्ज की गई थी। गेहूं, सरसों और तोरिया फसलों के लिए 67,758 किसानों को 181 करोड़ रुपये की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में जारी की गई है।
मनोहर लाल ने कहा कि संबंधित अधिकारी मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर किसानों का शत-प्रतिशत पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें समय पर मुआवजा दिया जा सके। किसानों को पहली बार खातों में सीधी मिली मुआवजा राशि मुख्यमंत्री ने हाल ही में बारिश के कारण फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए प्रभावित गांवों का दौरा किया था, और किसानों को मई के महीने में मुआवजे की राशि जारी करने का वादा किया था। यह पहली बार हुआ है कि किसानों को मुआवजा राशि सीधे उनके खातों में मिली है, जबकि पहले उपायुक्तों के माध्यम से यह राशि दी जाती थी इस मौके पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, वित्तायुक्त राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल भी मौजूद रहे.
अब किसानों को मुआवजा पाने के लिए वर्षों का नहीं करना पड़ता इंतजार
मनोहर लाल कहा कि वे दिन गए जब किसान अपना मुआवजा पाने के लिए वर्षों इंतजार करते थे। वर्तमान राज्य सरकार ने ई-गवर्नेंस की दिशा में बढ़ते हुए यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को समय पर मुआवजा मिले। उन्होंने कहा कि ई क्षतिपूर्ति पोर्टल फसल नुकसान के समय आवेदन, सत्यापन और मुआवजा प्रदान करने की प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इस पोर्टल के माध्यम से मुआवजा राशि 'मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर उपलब्ध करवाए गए किसान के सत्यापित खाते में सीधे जमा करवाई जाती है । इसके लिए मेरी फसल - मेरा ब्योरा पोर्टल के अलावा और कहीं भी पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं है ।