Himachal news: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 12 जून को पहली बार बाल सत्र का आयोजन होने जा रहा हैं। बाल सत्र में 68 बच्चे राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठाएंगे। हालांकि ज्यादातर बच्चे हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों का प्रतिनिधित्व करेंगे। बच्चों की सरकार कैसी होनी चाहिए इसीलिए अभियान के तहत उन्हें चुना गया है। सत्र में देश के 9 राज्यों के बच्चे हिस्सा लेंगे। इनमें हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात ,आसाम, बिहार शामिल है। बच्चे फसल की मार्केटिंग, खेलों को बढ़ावा देने के लिए, ट्रैफिक की रोकथाम, सशक्तिकरण आदि सभी मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे और सदन के दौरान इन मुद्दों पर मंथन करेंगे।
इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि बच्चों को राजनीति के गुर सिखाए जाना बेहद महत्वपूर्ण है। बच्चों में राजनीति को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा सके, इसके लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बच्चे मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, नेता प्रतिपक्ष बनेंगे, जिसके तहत बच्चे ज्वलंत और कई अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा करेंगे। युवा पीढ़ी में राजनीतिक को लेकर रुचि तो है, लेकिन कठिनाइयां राजनेता बनने में बहुत है इसलिए बच्चे अपना कम रुझान दिखाते हैं। राजनेता बनने के लिए बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में राजनीति के गुण बच्चों को सिखाना बेहद जरूरी है।