- by Super Admin
- Jun, 29, 2024 04:54
अम्बाला : अंबाला अपनी भौगोलिक स्थिति की वजह से बरसाती पानी की मार झेलता है। हर शहरवासी जानता है कि अंबाला की भौगोलिक स्थिति कटोरे जैसी है। शहर का अंदरूनी हिस्सा गहरा है और बाहरी क्षेत्र ऊंचा है। ऐसे में यहां पानी निकासी बड़ी समस्या बनी हुई है। वहीं बीते दिनों से इंद्रदेव भी अंबाला पर खासे मेहरबान रहे हैं। दो दिन पूर्व भी शहर में चंद घण्टों में रिकॉर्ड 230mm बारिश हुई। जिसकी वजह से शहर के कई हिस्सों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई। यहां आपको बता दें कि कोई भी विकसित शहर एक समय में अधिक से अधिक 50mm बारिश ही झेल सकता है। लेकिन अंबाला में इस क्षमता से कई गुना ज्यादा पानी बरस गया। इस सब के बावजूद इस बार अंबाला में पहली बार ऐसा देखने को मिला कि पानी के निकलने की रफ्तार पहले के मुकाबले काफी तेज रही। जो इलाके किसी समय में बारिश के बाद कई कई दिन जलमग्न रहते थे वहां से इस बार चंद घण्टों में ही पानी उतर गया। ऐसा इसलिए भी संभव हो पाया है क्योंकि अंबाला के हिस्से मंत्रिपद भी दशकों बाद आया है। ज़ाहिर है कि इस बात का अफसरशाही पर भी प्रभाव जरूर पड़ता है। वहीं पहली बार मंत्री बने असीम गोयल ने भी इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए तुरंत चंडीगढ़ से विभिन्न विभागों के आला अफसरों को अंबाला तलब कर मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दे दिए। मंत्री असीम गोयल ने अधिकारियों के साथ शहर का दौरा कर अधिकारियों को अंबाला की स्थिति दिखाई और निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इस समस्या के समाधान के लिए IIT से मास्टर प्लान बनवाया जाए ताकि भविष्य में अंबाला के लिए नासूर बन चुकी यह समस्या पूर्ण रूप से खत्म हो जाये।