- by Super Admin
- Sep, 04, 2024 10:38
भिवानी : बीते दिनों जिला बार एसोसिएशन जींद के प्रधान के साथ वहां की डीएसपी गीता जाखड़ व एएसआई सुशीला कुमारी द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के बाद अधिवक्ताओं का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा। हालांकि इसकी शिकायत के बाद महिला एएसआई को तो सस्पैंड कर दिया गया। लेकिन अधिवक्ता डीएसपी को सस्पैंड कर गिरफ्तार किए जाने की मांग पर अड़े हुए है। जींद की डीएसपी को सस्पैंड कर गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को प्रदेश भर में अधिवक्ताओं ने हड़ताल कर रोष जताया। इसी कड़ी में स्थानीय कोर्ट परिसर में भी अधिवक्ताओं ने जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सत्यजीत पिलानिया के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
एएसआई ने जींद के अधिवक्ता के साथ किया था दुव्र्यवहार
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सत्यजीत पिलानिया जींद के अधिवक्ता किसी कार्य से महिला थाना गए थे। जहां पर एएसआई ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया। जब यह बात एसोसिएशन तक पहुंची तो एसपी को शिकायत दी गई। इसकी जांच डीएसपी गीतिका जाखड़ को दी गई। इस मामले में प्रधान व अधिवक्ता डीएसपी से मिले तो वहां भी उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया। राकेश मलिक ने कहा कि डीएसपी गीतिका जाखड़ ने ही सबसे ज्यादा दुव्र्यवहार किया। ऐसे में उनके खिलाफ भी जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए। पिलानिया ने कहा कि एक तरफ तो पुलिस सेवा-सुरक्षा-सहयोग का नारा देते हुए आमजन को न्याय दिलाने का दावा करती है। वही दूसरी तरफ पुलिस के उच्च अधिकारी ही अपने घमंड तले इस नारे को कुलचने का काम कर रहे है। उन्होंने चेतावनी दी कि अधिवक्ताओं के साथ दुव्र्यवहार करने वाली डीएसपी को जल्द सस्पैंड कर गिरफ्तार नहीं किया गया तो प्रदेश भर के अधिवक्ता अपना संघर्ष तेज करने पर मजबूर होंगे।