- by Super Admin
- Sep, 04, 2024 10:38
लोहारू/ भिवानी : बीती रात्रि को लोहारू और आसपास के क्षेत्रों में झमाझम बरसात हुई है। सितंबर माह के पहले पखवाड़े में हुई बरसात ने नगर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है। वहीं खेतों में जाने वाले कच्चे रास्ते भी पानी से लबालब हो गए हैं जिसके चलते आने जाने वाले राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है। नगर वासियों की नपा प्रशासन से बार-बार जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नपा है कि उसे नगर के लोगों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। बारिश में जलभराव की स्थिति से लोगों को निजात दिलाने में नपा प्रशासन नकारा सिद्ध हो रहा है। जिसको लेकर लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। वहीं बरसात से कपास की फसल में रोग लगने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि बैसाख और ज्येष्ठ महीने सूखे निकले जिसके कारण भी कपास की फसल का नुकसान हुआ। अगस्त महीने से सितंबर के पहले पखवाड़े तक करीब 200 एमएम से अधिक बरसात हो चुकी है इस बरसात ने भी कपास, ग्वार, मूंग की फसलों को नुकसान होना बताया जा रहा है।
आज हालात यह है कि जहां बरसात का पानी नहीं सूखा वहां कपास के पौधे गल चुके हैं। बीती रात्रि को भी करीब 15 से 20 एमएम बरसात हुई है। बरसात होने पर भी देवी लाल चौक, बस स्टैंड, चुंगी नंबर 7, मंडी गेट, सूरजगढ़ रोड, आर्य समाज मंदिर की गली, एसबीआई की गली, माता मंदिर चौक, फरटिया रोड व उप नागरिक अस्पताल रोड़ पानी से लबालब हो जाते हैं बरसात के बाद आलम यह है कि यहां से कोई भी नागरिक पैदल नहीं निकल सकता। बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन सडक़ मार्ग के साथ दो नाले बनाए गए हैं जिनकी जल निकासी देवीलाल चौक पर लाकर छोड़ दी गई है जिसके कारण इस सडक़ मार्ग का अधिकतर पानी देवीलाल चौक पर भर जाता है। साथ ही शहीद किसान महावीर भवन भी पानी से लबालब हो जाता है। वहीं पुराना शहर से झुप्पा को जाने वाला रास्ता, रेलवे अंडरपास से भावठड़ी सीमा तक खेतों में जाने वाले वाले कच्चे रास्ते पानी से लबालब हो गए हैं जिसके चलते यहां से गुजरने वाले राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय नागरिक इसके लिए काफी बार नपा प्रशासन व एसडीएम से लिखित और मौखिक मांग कर चुके हैं परंतु नपा प्रशासन को स्थानीय लोगों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। स्थानीय निवासियों ने एक बार फिर से नपा प्रशासन से शहर की जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की है। समाधान नहीं होने पर प्रशासन के खिलाफ सडक़ पर उतरने की बात कह रहे हैं।