- by Super Admin
- Jul, 18, 2024 10:23
लखनऊ : चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में इससे खराब दौर कभी नहीं देखा है और उसके बल्लेबाजों को सोमवार को यहां लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ होने वाले मैच में लगातार हार के सिलसिले पर लगाम लगाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा। सीएसके ने आईपीएल के इतिहास में लगातार पांच मैच कभी नहीं गंवाये हैं जिसमें अपने गढ़ चेपॉक में लगातार तीन मैच में हार मिलना भी पहली दफा हुआ है। सीएसके को अगर कोई मुश्किल दौर से निकाल सकता है तो वह महेंद्र सिंह धोनी हैं। लेकिन रुतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के बाद कप्तानी में धोनी की वापसी भी शुक्रवार को टीम के पिछले मैच में उनकी किस्मत नहीं बदल सकी। घरेलू मैदान पर स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजों के संघर्ष को देखते हुए बल्लेबाजों को फॉर्म हासिल करने के लिए घर से बाहर खेलने में कोई दिक्कत नहीं होगी। अपने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज गायकवाड़ की अनुपस्थिति ने टीम की वापसी की कोशिश को और भी मुश्किल बना दिया है। सीएसके पर अपने उन खिलाड़ियों को रखने का आरोप लगाया गया है जो अब अपनी शीर्ष फॉर्म में नहीं हैं। और अब लगातार हार के रिकॉर्ड के बाद यह सवाल फिर से उठने लगा है। उनकी टीम में ‘पावर-हिटर’ की कमी भी चर्चा का विषय बन गई है क्योंकि धोनी ने खुद स्वीकार किया है कि पावरप्ले में 60 रन बनाने का लक्ष्य भी उनके लिए बहुत महत्वाकांक्षी है।
सलामी बल्लेबाज रचिन रविंद्र और डेवोन कॉनवे दो बेहतरीन बल्लेबाज हैं लेकिन उनसे पहली गेंद से ही जोरदार बल्लेबाजी की उम्मीद करना उनके खेलने की शैली के खिलाफ है। गायकवाड़ की जगह तीसरे नंबर पर आने वाले राहुल त्रिपाठी पर अच्छा प्रदर्शन करने का काफी दबाव होगा। टीम को अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा से भी अच्छे प्रदर्शन की दरकार है। शिवम दुबे को ‘पावर-हिटिंग’ के मोर्चे पर अधिक समर्थन की जरूरत है और ऐसा करने के लिए सबसे बेहतर खुद धोनी हैं लेकिन बल्लेबाजी क्रम में उनका लगातार बदलाव करना विश्व कप विजेता कप्तान के लिए मुश्किल काम हो गया है। वह पिछले मैच में नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। पिछले मैच के बाद सीएसके के बल्लेबाजी कोच माइक हसी ने कहा कि उनकी टीम अभी हार नहीं मानने वाली है। हसी ने कोलकाता नाइट राइडर्स से मिली हार के बाद कहा, मुझे अब भी लगता है कि हमारे पास सही खिलाड़ी हैं। हमारे खेलने के तरीके के बारे में बहुत चर्चा होती है। लेकिन हमारे पास जो खिलाड़ी हैं, हम उनसे बिल्कुल अलग तरीके से खेलने के लिए नहीं कहना चाहते। यह उनके लिए स्वाभाविक है। वहीं मेजबान टीम लखनऊ सुपर जायंट्स लगातार चौथी जीत की तलाश में होगी। टीम ने अच्छे अंतर से जीत दर्ज करने के बाद टूर्नामेंट में जरूरी निरंतरता हासिल की है।
मुख्य तेज गेंदबाजों के चोटिल होने के कारण प्रतियोगिता की शुरुआत में उनकी गेंदबाजी सबसे कमजोर कड़ी थी लेकिन शनिवार को गुजरात टाइटन्स पर जीत हासिल करने में गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई। आवेश खान, रवि बिश्नोई और शार्दुल ठाकुर जैसे गेंदबाजों ने जिस तरह से गुजरात टाइटन्स की शानदार शुरुआत के बाद लगाम कसी, यह देखना शानदार था। गेंदबाज पारी के अंत में रनों के प्रवाह को रोकने में सक्षम रहे। लखनऊ की पिच पारंपरिक रूप से धीमी है और बल्लेबाजी के लिए बेहतर रही है। पिच निकोलस पूरन जैसे खिलाड़ियों के लिए अनुकूल है जो हमेशा की तरह ही शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं। शीर्ष क्रम में मिचेल मार्श की अनुपस्थिति ने शनिवार को ऋषभ पंत को फॉर्म में चल रहे एडेन मारक्रम के साथ पारी का आगाज करने का मौका दिया। पंत ने शीर्ष क्रम में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन क्या मार्श की वापसी के बाद वह खुद को सलामी बल्लेबाज के रूप में मौका देंगे? यह सवाल बना हुआ है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्श अब तक उनके सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक रहे हैं जिससे पंत का शीर्ष पर बल्लेबाजी करना मुश्किल है।
टीम इस प्रकार हैं