- by Super Admin
- Jul, 15, 2024 06:28
धर्म, जगमार्ग न्यूज़ डेस्क: मौनी अमावस्या दो दिन बाद यानी 29 जनवरी को है। यह अमावस्या सभी अमावस्यों में से खास होता है, क्योंकि इस दिन पितृ दोष से शांति और मुक्ति प्राप्त होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौनी अमावस्या के दिन किए गए तर्पण और धार्मिक कर्मकांड से पितृ दोष का निवारण होता है। वहीं इस बार अमावस्या तिथि पर स्वर्ण नक्षत्र का संयोग बन रहा है। आइए फिर जानते हैं कि मौनी अमावस्या के दिन पितृ दोष से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में।
मौनी अमावस्या का महत्व
जैसा कि आप ऊपर जान चुके हैं कि हिंदू शास्त्रों में मौनी अमावस्या का काफी महत्व है। यह अमावस्या पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए इसलिए शुभ माना जाता है क्योंकि इस तिथि पर चंद्रमा कमजोर स्थिति में होता है, जिससे पितृ शांति मिल जाती है। इस दिन पितरों की शांति के लिए किए गए कर्मकांड अधिक प्रभावशाली और शांतिपूर्ण माने जाते हैं। वहीं स्वर्ण नक्षत्र में आने वाली अमावस्या तिथि पर किए गए उपाय पितृ दोष निवारण में विशेष रूप से कारगर होते हैं। इस वर्ष का मौनी अमावस्या बेहद ही खान है।
पितृ दोष से मुक्ति के लिए मौनी अमावस्या पर करें ये उपाय
तर्पण करें: किसी नदी, तालाब या घर में ही काले तिल और जल का मिश्रण बनाकर तर्पण करें। वहीं तर्पण के समय अपने पितरों को श्रद्धा पूर्वक याद करें।
दान करें: काले तिल और गुड़ से बने लड्डू बनाएं और जरूरतमंदों में बांटें। इसके अलावा इस दिन इस दिन मौन रहकर ध्यान करें और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें। यह उपाय पितृ दोष को शांत करने में सहायक होता है। बता दें कि सुबह 11 बजे के बाद का समय तर्पण और पितृ शांति के लिए शुभ माना गया है।
पितृ दोष के लक्षण और प्रभाव
कई लोग पितृ दोष को गंभीरता से नहीं लेते हैं, लेकिन धर्म शास्त्रों के अनुसार यह दोष परिवार और खानदान में कई प्रकार की समस्याओं और घटनाओं का कारण बनता है। इससे बचने के लिए मौनी अमावस्या पर विशेष उपाय करना अनिवार्य है। हालांकि कुछ लोगों को यह भी पता नहीं होता है कि पितृ दोष उन पर लगा है या नहीं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पितृ दोष को जीवन का सबसे खराब और नकारात्मक दोष माना गया है। यह दोष कुंडली में अटके हुए कार्यों, परिवार में अनहोनी घटनाओं, और संतान से जुड़ी समस्याओं का कारण बनता है। इसके प्रभाव से परिवार में लगातार समस्याएं और बाधाएं बनी रहती हैं। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो समझ जाइए कि आपके परिवार में पितृ दोष लगा हुआ है और सही समय में रहकर इससे मुक्ति पा लें।