- by Super Admin
- Jul, 15, 2024 06:28
Janmashtami 2024: जन्माष्टमी का पर्व आने वाला है, जिसकी तैयारी में लोग जुटे हुए हैं। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था जिस कारण पूरी दुनिया यह पर्व काफी धूमधाम से मनाती है। बता दें कि जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाता है। वहीं इस साल रोहिणी नक्षत्र दोनों दिन है यानी 26 अगस्त और 27 अगस्त। ऐसे में यह पावन पर्व किस दिन मनाया जाएगा, यह सवाल हर किसी के दिमाग में चल रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल जन्माष्टमी पूजा का मुहूर्त 45 मिनट का है और पारण के लिए 3 समय निकले हैं। आइए फिर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि जन्माष्टमी का दिन, शुभ मुहूर्त और पारण का समय के बारे में।
कब है जन्माष्टमी ?
इस साल जन्माष्टमी 26 और 27 अगस्त दो दिन पड़ रही है। ऐसे में जन्माष्टमी के सही तारीख को लेकर डॉ. गणेश मिश्र कहते हैं कि पंचांग के अनुसार, इस साल जन्माष्टमी 26 अगस्त के दिन 3 बजकर 39 मिनट में शुरू होगा और 27 अगस्त के दिन 2 बजकर 19 मिनट में समाप्त हो जाएगा। उदया तिथि के आधार पर अष्टमी तिथि 26 अगस्त सोमवार को है।
जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त
इस साल जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त 45 मिनट का निकला है। बता दें कि जन्माष्टमी का मुहूर्त 26 अगस्त की रात 12:01 बजे से 12:45 बजे तक है। यह उस दिन का निशिता मुहूर्त है। इस साल भगवान श्रीकृष्ण का 5251 वाँ जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
जन्माष्टमी का पारण समय
इस साल जन्माष्टमी के लिए तीन पारण समय निकले हैं जो बेहद ही खास है।
पहला पारण- यदि आप धर्म शास्त्र की मानते हैं तो जन्माष्टमी का पारण रोहिणी नक्षत्र के समापन के बाद करना होता है। ऐसे में रोहिणी नक्षत्र का समापन 27 अगस्त के दिन 3 बजकर 38 मिनट में हो रहा है।
दूसरा पारण- अगर आप जन्माष्टमी का पारण वैकल्पिक व्यवस्था के अनुसार करते हैं तो इसके तहत पूजा, विसर्जन के बाद जब अगला सूर्योदय होता है वह शुभ माना जाता है। ऐसे में जन्माष्टमी के अगले दिन का सूर्योदय 27 अगस्त को सुबह 05:57 बजे होगा।
तीसरा पारण- अगर आप जन्माष्टमी की पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण करके पारण करते हैं, तो इस आधार पर पारण का समय देर रात 12:45 बजे के बाद से है।