फरीदाबाद: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को पलवल जिले के दुधौला गांव में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर का लोकार्पण किया। यह एक हजार करोड़ रुपए की परियोजना है, जिसके पहले चरण पर 357 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुलपति डॉ. राज नेहरू के आग्रह पर 150 करोड़ रुपए के अनुदान का एलान किया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ केंद्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के परिवहन व उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा , पृथला से विधायक नयनपाल रावत, विधायक नरेंद्र गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों का विश्वविद्यालय परिसर के लोकार्पण समारोह में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन तक्षशिला का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कुलपति डॉ. राज नेहरू को नए भवन में स्वयं उनकी सीट पर बिठाया। उसके बाद वह विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा स्क्रैप से बनाए गए ई व्हीकल में सवार होकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन करने पहुंचे। कुलपति डॉ. राज नेहरू उनके सारथी बने और ई व्हीकल पर मुख्यमंत्री सहित अन्य मेहमानों को विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण करवाया। मिथिला भवन में बने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में सीएनसी लैब, इलेक्ट्रिक लैब, सोलर लैब, इलेक्ट्रोनिक लैब, वेल्डिंग लैब और सिम्युलेटर देख कर मुख्यमंत्री अभिभूत नजर आए और नवाचारी इको सिस्टम बनाने के लिए उन्होंने कुलपति डॉ. राज नेहरू की पीठ थपथपाई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में लगी अत्याधुनिक मशीनों के बारे में जानकारी ली और इन अत्याधुनिक लैब की जमकर सराहना की। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इस लैब में और अत्याधुनिक मशीनें शामिल की जाएंगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के लिए भूमि प्रदान करने हेतु ग्राम पंचायत दुधौला का विशेष तौर पर आभार जताया।