- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 10:33
अमृतसर : पंजाब के अमृतसर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी ने प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे को मंजूर नहीं किया है। कार्यकारिणी ने स्पष्ट किया कि जल्द ही प्रधान धामी के साथ बैठक की जाएगी और उन्हें फैसले पर पुनर्विचार के लिए कहा जाएगा। एसजीपीसी के कामकाज की समीक्षा के लिए जल्द ही कुछ दिनों में बैठक बुलाई जाएगी। एसजीपीसी के मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मन्न ने एक्ट 1925 का हवाला देते हुए बताया कि संस्था श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हटाने का फैसला ले सकती है। वे जल्द ही इस एक्ट को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मिलेंगे।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
गौरतलब है कि तीन दिन पहले उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंप दिया था। धामी ने इस्तीफे के पीछे श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के पद को कारण बताया है। रघबीर सिंह ने 13 फरवरी को हरप्रीत सिंह को श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार पद से हटाए जाने के बाद पोस्ट शेयर की थी। पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इस इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि ज्ञानी रघबीर सिंह की पोस्ट से साफ है कि वह उन्हें (हरप्रीत सिंह को) पद से हटाने का कारण बता रहे हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह को करीब 10 दिन पहले एसजीपीसी ने हटा दिया था।