- by Super Admin
- Jun, 22, 2024 03:50
एक बार फिर हुआ बड़ा ट्रैन हादसा : गोंडा जिले के गोंडा-मनकापुर रेलखंड के बीच चंडीगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे, हादसे में 4 लोगों की मौत जबकि 34 से अधिक लोग घायल हुए हैं। एक बार फिर से रेलवे हादसे ने पूरे देश को दहला दिया है। बीते दो साल में यह तीसरा बड़ा रेल हादसा है। जानकारी के अनुसार बुधवार को रात 11:35 बजे 1220 आरक्षित रेलवे यात्रियों को लेकर डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) ट्रेन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से निकली। इसके बाद जब यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के गोंडा पहुंची तभी पटरी से उतर गई। रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें पांच एसी कोच थे और सबसे ज्यादा नुकसान फ्रंट इंजन के साथ लगे एसी कोच को हुआ है। वहीं इस ट्रेन में 19 बोगिया थी जिसमें सेंकंड एसी एक, थर्ड एसी चार, 11 स्लीपर, तीन जनरल और एक पेंटरी कार थी। इस हादसे की खबर लगने के साथ ही चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर लोगों का ताता भी लगना शुरू हो गया। अपने-अपने परिजनों का हाल पता करने के लिए लोगों में मारामारी का माहौल बना हुआ था।
अचानक मची ट्रेन में चींख पुकार
ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री अभिषेक ने बताया कि वी सो रहा था कि अचानक लोगों की चीखें सुनने को मिली। देखते ही देखते ट्रेन के कई कोच पटरी से उतर गए। उन्होंने बताया कि जिस कोच में वह सफर कर रहा था, उसको ज्यादा नुकसान नहीं हुआ लेकिन फ्रंट इंजन के साथ लगे कोच को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि हादसा दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ, जब यह ट्रेन गोंडा से करीब 20 किलोमीटर आगे गई थी। उन्होंने बताया कि उनका कोच भी पटरी से उतर गया था लेकिन उसे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। फ्रंट इंजन के साथ लगी बोगियों में से यात्रियों को कड़ी मसक्कत करने के बाद निकाला गया।
नहीं मिल रही अपनों की सूध
रेलवे की ओर से चंडीगढ़ और अंबाला रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क लगा दिया गया है जहां से लोग अपने पिजनों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। लेकिन उसके बावजूद भी कईयों को अपनो की कोई सूध नहीं मिल रही है। एक महिला ने बताया कि उनका बेटा एसी कोच में ही सफर कर रहा था लेकिन न तो उसका नंबर मिल रहा है और न ही कोई जानकारी। वहीं ऐसा ही हाल ही लोगों का है।
अभी मौत की नहीं हुई पुष्टि
अंबाला मंडल के अधिकारियों का कहना है कि चंडीगढ़ से 1220 यात्री ट्रेन में चढ़े थे। इनमें से कई बीच के कुछ स्टेशनों में उतरे भी होंगे और कई यात्री चढ़े भी होंगे। उनका कहना है कि हादसा काफी दूर हुआ है लेकिन वह वहां के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि हादसे में कितनी मौतें हुई है, अभी इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती है।
19 में से पलटी 15 बोगियां
अंबाला मंडल की ओर से मिली जानकरी के अनुसार ट्रेन में 19 बोगियां थी और उसमें से 15 बोगियां उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में वीरवार को पटरी से उतर गई, जिसमें 2 यात्रियों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। ट्रेन की तो 15 बोगियां पटरी से उतरी है, उनमें से 4 बोगियां पलट गईं। इस हादसे के बाद लखनऊ से गोरखपुर रेल मार्ग अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है। लखनऊ से गोरखपुर जाने वाली सभी ट्रेनों के या तो रूट बदल दिए गए है या फिर कुछ ट्रेनों को रद्द किया गया है।
एसी कोच को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
वही सबसे ज्यादा नुकसान एयर कंडीशन कोच को हुआ है। डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुई थी। हादसा दोपहर को गोंडा और बस्ती के बीच झिलाही रेलवे स्टेशन के पास हुआ। ट्रेन के पटरी से उतरते ही बोगियां पलट गईं, जिससे कई यात्री घायल हो गए। दुर्घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। घायलों को निकटतम अस्पतालों में पहुंचाया गया है।
दो दिनों में तय करती है 2661 किमी का सफर
डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) का संचालन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से रविवार और बुधवार को किया जाता है। यह ट्रेन चंडीगढ़ से चलने वाली मुख्य ट्रेनों में से एक है। इस ट्रेन में भी भारी संख्या में लोग सफर करते हैं। यह चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ तक चलने वाली प्रमुख ट्रेन भी है। दो दिनों के सफर में यह ट्रेन 2661 किमी की दूरी तय करती है।