गुवाहाटी: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि नींव रखने के बाद परियोजनाओं को पूरा करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकास मॉडल’ की पहचान है। सीतारमण ने दावा किया कि 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले परियोजनाओं का शिलान्यास तो किया जाता था, लेकिन उन्हें समय पर पूरा नहीं किया गया। सीतारमण ने आईआईटी-गुवाहाटी में आयोजित ‘विकसित भारत एम्बेसडर कैंपस डायलॉग’ में कहा, परियोजनाओं को पूरा करने में देरी से देश की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, जिससे यह धारणा बनी कि भारत अपनी परियोजनाओं को पूरा नहीं करता है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री का मानना है कि सरकार सिर्फ शिलान्यास ही नहीं करेगी बल्कि परियोजनाओं को पूरा भी करेगी इस नियम से पूर्वोत्तर को भी फायदा हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर सरकार के ‘विकास मॉडल’ में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जो पिछले दशक में प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्रियों द्वारा इस क्षेत्र के किए गए दौरों की संख्या से स्पष्ट है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर का 65 बार दौरा किया है, जबकि अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने 850 बार दौरा किया है। यह क्षेत्र के विकास को लेकर सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है।