जींद : जींद के सफीदों शहर की एक फैक्टरी में कार्यरत मजदूर की केमिकल के प्रभाव से मौत हो गई। मृतक की पहचान नरेश निवासी जलमाना (पानीपत) के रूप में हुई है। इस मामले में मृतक की पत्नी पिंकी ने फैक्टी मालिक और दो निजी अस्पताल संचालकों को जिम्म्मेदार ठहराया है। पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर तीनों संस्थानों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जलमाना निवासी महिला पिंकी ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसका पति नरेश पिछले 3-4 महीने से शहर की एक इंडस्ट्री में काम कर रहा था। 18 मई को नरेश फैक्टरी में काम के लिए गया था। फैक्टरी में नरेश को केमिकल के कार्य पर लगा दिया। आरोप है कि नरेश ने फैक्टरी वालों को कहा था कि उसे इस काम की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन उसके बावजूद भी उसे जबरदस्ती केमिकल के काम पर लगाया गया। इस दौरान उसे केमिकल का रिएक्शन हो गया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। फैक्टरी के दो कर्मचारी उसे अस्पताल ले जाने की बजाए घर के बाहर छोड़कर चले गए। नरेश ने घर आने के बाद उसे पूरी घटना के बारे में बताया। इसके बाद नरेश की तबीयत अधिक बिगड़ गई। 19 मई को उसके पति को शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वहां पर भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने उसके पति को बिना किसी रेफरल सर्टिफिकेट के पानीपत के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवा दिया, जहां पर 20 मई को उसकी मौत हो गई। आरोप है कि इस मामले में फैक्टरी मालिक, दो निजी अस्पतालों ने किसी भी नियमों का पालन नहीं किया। उनकी लापरवाही के कारण ही उसके पति की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में फैक्टरी मालिक सहित दो निजी अस्पतालों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।