मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से रिकॉर्ड लाभांश भुगतान की मंजूरी दिए जाने के बीच बृहस्पतिवार को बैंक, पेट्रोलियम एवं वाहन कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त लिवाली से स्थानीय शेयर बाजार के दोनों मानक सूचकांक अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही सूचकांकों ने 1.6 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई और नए रिकॉर्ड के साथ बंद हुए। बीएसई के 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स ने 29 जनवरी के बाद की अपनी सबसे ऊंची छलांग लगाई और 1,196.98 अंक के लाभ के साथ यह 75,418.04 अंक के अपने अबतक के सबसे ऊंचे मुकाम पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,278.85 अंक यानी 1.72 प्रतिशत बढ़कर 75,499.91 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर भी गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी इस जबर्दस्त तेजी का फायदा उठाते हुए नया रिकॉर्ड बनाया। निफ्टी 369.85 अंक यानी 1.64 प्रतिशत बढ़कर 22,967.65 अंक के अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 395.8 अंक यानी 1.75 प्रतिशत उछलकर 22,993.60 के नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था। सेंसेक्स की कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से बढ़त के साथ बंद हुईं। दूसरी तरफ सन फार्मा, पावरग्रिड और एनटीपीसी के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। विश्लेषकों के मुताबिक, घरेलू शेयर बाजार में इस बड़े उछाल के पीछे रिजर्व बैंक के रिकॉर्ड लाभांश भुगतान के निर्णय ने अहम भूमिका निभाई। रिजर्व बैंक ने बुधवार को फैसला किया था कि वह वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सरकार को रिकॉर्ड 2.1 लाख करोड़ रुपये का लाभांश देगा, जो बजटीय उम्मीद से भी दोगुना है। इससे नई सरकार को अपना राजस्व आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी।