- by Vinita Kohli
- Jan, 02, 2025 05:50
चंडीगढ़: चंडीगढ़ को क्रिकेट का अंतरराष्ट्रीय हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) और यूटी क्रिकेट एसोसिएशन (यूटीसीए) ने वीरवार को एक ऐतिहासिक मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य क्षेत्र में क्रिकेट ट्रेनिंग, बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर उभरते क्रिकेटरों का समग्र विकास सुनिश्चित करना है। यह समझौता यूटीसीए के सचिव देवेंद्र शर्मा और पंजाब यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. वाईपी वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर यूटीसीए के अध्यक्ष संजय टंडन और पंजाब यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. रेणु विग सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। यूटीसीए अध्यक्ष संजय टंडन ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता न केवल पेशेवर कोचिंग और बुनियादी ढाँचा उपलब्ध कराएगा, बल्कि चंडीगढ़ में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की मैचों का रास्ता भी खोलेगा। उन्होंने कहा कि उनकी दृष्टि शहर को प्रतिभा को निखारकर और वैश्विक स्तर की घटनाओं की मेजबानी करके विश्व क्रिकेट मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने की है।
पंजाब यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. रेणु विग ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने हमेशा शिक्षा और खेल दोनों में उत्कृष्टता की परंपरा को बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि यूटीसीए के साथ इस सहयोग के माध्यम से, वे वैज्ञानिक प्रशिक्षण, खेल प्रबंधन और विश्व स्तरीय सुविधाओं को एकीकृत कर रहे हैं ताकि उनके छात्र-क्रिकेटर्स उच्चतम स्तर पर सफलता प्राप्त कर सकें। इस अवसर पर यूटीसीए के ट्रेज़र सी.ए. आलोक कृष्णन, वरिष्ठ सदस्य हरि सिंह खुराना, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट डॉ. मीनाक्षी गोयल, कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन प्रो. जगत भूषण, फाइनेंस डेवलपमेंट ऑफिसर डॉ. विक्रम नय्यर, डायरेक्टर स्पोर्ट्स प्रो. राकेश मलिक, डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स डॉ. डॉली, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. अमित चौहान, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (वीमेन) प्रो. नमिया गुप्ता और यूनिवर्सिटी क्रिकेट कोच गिरीश भनोट मौजूद रहे।
यूनिवर्सिटी करेगी इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड, यूटीसीए संभालेगी पिचों की जिम्मेदारी
इस समझौते के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी के क्रिकेट मैदान का कायापलट हो जाएगा। यूनिवर्सिटी अपने मौजूदा क्रिकेट ग्राउंड का आधुनिकीकरण करेगी, जिसमें फेंसिंग, खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम और टॉयलेट, स्टोरेज फैसिलिटीज़, इरिगेशन सिस्टम, कैमरा स्टैंड और फ्लड लाइटिंग शामिल होंगी। वहीं, बीसीसीआई से एसोसिएटेड चंडीगढ़ की एकमात्र क्रिकेट संस्था यूटीसीए, मैदान पर पांच पिचों, आउटफील्ड और प्रैक्टिस नेट पिचों की तैयारी और रखरखाव की जिम्मेदारी संभालेगी। इससे अब यहां बीसीसीआई, यूटीसीए और यूनिवर्सिटी स्तर के टूर्नामेंट साल भर आयोजित किए जा सकेंगे।
खिलाड़ियों को मिलेगा विश्वस्तरीय प्रशिक्षण
इस साझेदारी का सबसे बड़ा लाभ यहाँ के उभरते क्रिकेटरों को मिलेगा। उन्हें अब बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त कोच, ट्रेनर और स्पोर्ट्स साइंटिस्ट की विशेषज्ञता मिल सकेगी। क्रिकेट कोचिंग, फिटनेस और स्पोर्ट्स मैनेजमेंट जैसे विशेष कोर्सेज से खिलाड़ियों के करियर के नए रास्ते खुलेंगे। विश्वविद्यालय स्तर पर ही अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलने से छात्र-खिलाड़ियों को पढ़ाई और क्रिकेट दोनों को एक साथ आगे बढ़ाने में आसानी होगी, जिससे उनके राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयन की संभावनाएं काफी बढ़ जाएंगी।