- by Super Admin
- Jun, 23, 2024 21:28
चंडीगढ़: शहर से पंचकूला के बीच प्रस्तावित नए रास्ते पर वन विभाग ने आपत्ति जताई है। चंडीगढ़ से पंचकूला के बीच प्रस्तावित नए रास्ते का एक हिस्सा दरिया आरक्षित वन क्षेत्र से होकर गुज़रेगा। अधिकारियों के अनुसार प्रस्तावित नई सड़क का एक हिस्सा दरिया आरक्षित वन क्षेत्र के साथ-साथ कॉलोनी नंबर 4 के ध्वस्त होने के बाद विकसित किए गए ग्रीन एरिया से होकर गुजरेगा। सड़क निर्माण के लिए वन क्षेत्र में सैकड़ों पेड़ों को काटना पड़ेगा। यही वजह है कि वन विभाग ने नए रास्ते पर आपत्ति जताई है। प्रस्तावित नए रास्ता हल्लोमाजरा लाइट प्वाइंट से शुरू होकर मक्खन माजरा, इंडस्ट्रियल एरिया के पिछले हिस्से और दरिया गांव से होते हुए पंचकूला की मुख्य सड़क से जुड़ेगा। नई सड़क का उद्देश्य पंचकूला, बलटाना और ज़ीरकपुर से चंडीगढ़ पहुँचने वाले लोगं के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करना है। यह इंडस्ट्रियल को दरिया गाँव की पेरिफेरल रोड से जोड़ेगी, जिसका उपयोग पंचकूला जाने वाले लोग कर सकेंगे।
चंडीगढ़ के पंचकूला जाने के लिए अभी दो ही मुख्य रास्ते हैं और दोनों ही रास्तों पर भारी भीड़ रहती है। पहला विकल्प हाउसिंग बोर्ड चौक से होते हुए पंचकूला एंटर करना है। इस रास्ते पर सुबह और शाम जाम की स्थिति बन जाती है। पंचकूला की ओर से दूसरा रास्ता इंडस्ट्रियल एरिया पंचकूला की ओर से मौली जागरां के पीछे से निकलता है जो आगे आकर चंडीगढ़ में हल्लोमाजरा लाइट प्वाइंट पर मिलता है। इस रूट पर भी सुबह और शाम काफी भीड़ होती है। रोजाना हल्लोमाजरा चौक पर जाम लगता है क्योंकि यहां पर जीरकपुर से आने वाला ट्रैफिक और पंचकूला से आने वाला ट्रैफिक दोनों हल्लोमाजरा चौक पर जमा हो जाते हैं। इन दो रास्तों के अलावा फिलहाल पंचकूला से आने वाले लोगों के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। चंडीगढ़ और पंचकूला के बीच सफर करने वाले लोगों के लिए सेक्टर-26 स्थित बापूधाम कॉलोनी के पास सुखना-चो पर नया हाईलेवल ब्रिज भी बनाया जा रहा है। पुराने लो-लेवल पुल की जगह बनने वाला यह नया पुल बारिश के दिनों में होने वाले जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या का स्थायी समाधान बनेगा। मौजूदा पुल हर बार बारिश के मौसम में बंद हो जाता है, जिससे मनीमाजरा, आईटी पार्क और माता मनसा देवी कॉम्प्लेक्स की ओर जाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन नया हाईलेवल ब्रिज इस समस्या को खत्म कर देगा। यह ब्रिज ऊंचाई में ज्यादा होगा, जिससे बारिश का पानी और मलबा नीचे से आसानी से गुजर सकेगा।
गौरतलब है कि नए रास्ते की परियोजना की योजना बनाते समय विशेषज्ञों ने ट्रैफिक मूवमेंट की गहराई से जांच की थी। इसके लिए खास किस्म के कैमरों का इस्तेमाल कर वाहन की संख्या और प्रकार की जानकारी जुटाई गई थी। इसके साथ ही साल 2023 में सुखना लेक से छोड़े गए पानी से हुए नुकसान का भी अध्ययन किया गया। ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न आए। वहीं, पंचकूला के एमडीसी सेक्टर-6 से सुखना लेक की राह भी अगले साल तक आसान हो जाएगी। इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा होते ही महज पांच मिनट के भीतर वाहन चालक पंचकूला के डॉल्फिन चौक से सुखना लेक के रेगुलेटरी एंड तक पहुंच जाएंगे। ऐसे में रोजाना पंचकूला से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से पंचकूला आने वाले लाखों वाहन चालकों को जाम की समस्या से भी निजात मिल जाएगी और नौकरी पेशा वालों का समय भी बचेगा। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का इंजीनियरिंग विंग 4.65 करोड़ रुपये की लागत से 1085 मीटर अधूरे सड़क का काम जल्द शुरू करेगा। एमडीसी सेक्टर-6 के डॉल्फिन चौक से साढ़े तीन सौ मीटर आगे से लेकर एमडीसी सेक्टर-2 और 7 तक 1085 मीटर सड़क का काम पूरा किया जाना है। इसमें साढ़े बारह मीटर की दो मुख्य सड़क के अलावा साढ़े पांच-पांच मीटर की दोनों तरह सर्विस रोड बनाई जाएगी। शेष जगह रोड बर्म के लिए विभाग ने छोड़ा है।