- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल संकट को लेकर राजनीति गरमा गई है। दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी और हरियाणा की नायब सरकार आमने-सामने हो गई हैं। दिल्ली सीएम आतिशी ने यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने का ठीकरा हरियाणा सरकार पर फोड़ा तो हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दिल्ली सरकार को आइना दिखाते हुए निशाना साधा कि केजरीवाल की फितरत है, ‘झूठ बोलो और भाग जाओ’। उन्हें केवल आरोप लगाना आता है, जबकि दिल्ली में जल संकट को निपटने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाई।
दरअसल, दिल्ली मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि हरियाणा की ओर से यमुना नदी में अत्याधिक अमोनिया वाला पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पलटवार करते हुए कहा कि आप सरकार में इच्छा शक्ति की कमी है, आप ने दिल्ली में पानी डिस्ट्रीब्यूशन को ठीक नहीं किया, जिससे दिल्ली में जल संकट गहरा गया है। यही नहीं, नायब सैनी ने अमोनिया बढ़ने के मामले पर दिल्ली सरकार को जवाब दिया कि उन्होंने आप सरकार के सामने प्रस्ताव रखा था कि दिल्ली के मुख्य सचिव और हरियाण के मुख्य सचिव यमुना नदी का मुआयना करें और जांच कर लें कि हरियाणा किस तरह का पानी छोड़ता है और दिल्ली सरकार उसका वितरण कैसे करती है। मगर दिल्ली सरकार को केवल आरोप लगाने आते हैं।
केजरीवाल ने 10 सालों में सिस्टम को ठीक करने की बजाय बिगाड़ा
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आरोप लगाया कि पिछले 10 सालों से दिल्ली में आप की सरकार है, मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल ने सिस्टम को ठीक करने की बजाय बिगाड़ा है। आप सरकार, हरियाणा पर प्रदूषित पानी छोड़ने का आरोप लगाती है, लेकिन सच्चाई यह है कि यमुना नदी में 28 नाले छोड़े गए हैं, जिनसे पानी प्रदूषित हो रहा है। अब चुनावी समय में केजरीवाल को दिल्ली की जनता की याद आ रही है, जबकि 10 सालों से उन्होंने दिल्ली के विकास की बजाय शीशमहल बनाने को तवज्जो दी। अब उन्हें दिल्ली की सड़कों व गलियों में गंदगी व गंदा पानी दिखाई देने लगा।
केजरीवाल की फितरत आरोप लगाओ और निकल लो
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल की फितरत है, आरोप लगाओ और निकल लो। पिछले दिनों में दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने पर केजरीवाल ने हरियाणा को कसूरवार ठहराया, यही नहीं पंजाब के किसानों को भला-बुरा कहा। हरियाणा के किसानों ने पराली प्रबंधन को अपनाया है, जबकि पंजाब में आप की सरकार है, तो वहां पर प्रदूषण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए, इसकी भी जानकारी केजरीवाल को देनी चाहिए।