- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 10:33
चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा में स्पेशल सेशन चल रहा है जिसका आज यानी बुधवार को चौथा व आखिरी दिन है। इसमें CM भगवंत मान की तरफ से बीते कल यानी 14 जुलाई को धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को लेकर पेश किए बिल पर बहस हो रही है। इस बिल में चारों धर्मों के ग्रंथों की बेअदबी करने पर 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान रखा गया है। बहस से पहले विधानसभा में अरदास की गई। बहस के लिए 2 घंटे का टाइम रखा गया है। कांग्रेस को 16 मिनट, AAP को 1 घंटा 35 मिनट, अकाली दल के लिए 3 मिनट, बीजेपी को 2, बसपा को 2 मिनट व निर्दलीय के लिए 2 मिनट का टाइम रखा गया है। बहस पर बोलते हुए विधानसभा में विपक्षी दल कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि ऐसे बिल पर गहन अध्ययन की जरूरत होती है। इसमें ग्रंथ चोरी होने का जिक्र नहीं है। इसमें कहा गया है कि मामले की जांच DSP लेवल से नीचे का अधिकारी नहीं करेगा लेकिन इसके लिए जांच का 30 दिन का फिक्स टाइम होना चाहिए। अगर जांच पूरी नहीं होती है तो 15 दिन का टाइम बढ़ाने का अधिकार SSP के स्तर पर होना चाहिए। इसके बाद जांच बढ़ाने के लिए डीजीपी को परमिशन देने का अधिकार होना चाहिए। अगर जांच गलत पाई जाती है तो अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए। कोई धार्मिक प्रदर्शन सार्वजनिक होता है तो वहां पर गोली नहीं चलनी चाहिए। पंजाब में आम आदमी पार्टी के पास 117 में से 93 MLA हैं, इस लिहाज से इस बिल का पास होना तय है लेकिन यह कानून तभी बनेगा, जब राज्यपाल की मंजूरी के बाद इसे राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलेगी।