- by Tanya Chand
- Jan, 02, 2025 09:50
नई दिल्ली : देश के तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल के दाम में गिरावट दर्ज हुई जबकि सोयाबीन तिलहन के दाम सुधार के साथ बंद हुए। मूंगफली तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के थोक दाम पूर्ववत बने रहे। बाजार सूत्रों ने कहा कि बड़े प्लांट वाले किसानों से सस्ते में सरसों खरीद करने के मकसद से इसके दाम में घट-बढ़ कर रहे हैं। इस वजह से आज इसमें गिरावट देखी जा रही है। वैसे इस बार उत्पादन कम है और ऐसे में सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरसों की खरीद शुरु होने से किसानों की मुश्किलें दूर होंगी और उन्हें अपनी ऊपज के बेहतर दाम मिलना सुनिश्चित होगा।
उन्होंने कहा कि कल रात शिकागो गिरावट के साथ बंद होने के कारण आज सोयाबीन तेल के दाम में भी गिरावट है। वहीं महाराष्ट्र में सोयाबीन तिलहन की मांग होने तथा पामोलीन से सस्ता होने के कारण सोयाबीन तिलहन के दाम में सुधार आया। मंडियों में सोयाबीन तिलहन का हाजिर भाव एमएसपी से पहले ही 17-18 प्रतिशत कम है। सूत्रों ने कहा कि मंडियों में मूंगफली का भाव भी एमएसपी से 14-15 प्रतिशत नीचे है। ऐसे में किसान नीचे दाम पर बिकवाली से बचने के लिए आवक कम ला रहे हैं। इस वजह से मूंगफली तेल-तिलहन के भाव अपरिवर्तित रहे। सोमवार को बाजार खुलने पर ही सीपीओ और पामोलीन तेल के कारोबार की दिशा का पता चलेगा। इससे पूर्व इन दो तेलों के दाम भी पूर्वस्तर पर बने रहे। विदेशी तेलों के दाम टूटने का बिनौला पर खास असर नहीं हुआ और आवक कमजोर बनी हुई है। बिनौले की मांग होने के बीच इस तेल के दाम भी पूर्वस्तर पर बंद हुए।