- by Vinita Kohli
- Jan, 02, 2025 05:50
चंडीगढ़ : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर), चंडीगढ़ के सुरक्षा विभाग द्वारा 22वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया। शिविर का उद्घाटन माननीय निदेशक पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, प्रोफेसर डॉ विवेक लाल ने किया। चिकित्सालय अधीक्षक, उप निदेशक (प्रशासन), पीजीआईएमईआर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ के कमांडेंट, मुख्य अभियंता, यूटी। चंडीगढ़, राज्यपाल के एडीसी, चंडीगढ़ के सांसद के ओएसडी, चंडीगढ़ व्यापार मंडल के सदस्य आदि। भी इस अवसर पर उपस्थित हुए और रक्तदाताओं से मुलाकात की तथा इस सामाजिक कार्य के लिए संस्थान के सुरक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की तथा साथ ही महान नेताजी सुभाष चंद्र बोस को इस तरह से याद करते हुए एक देशभक्तिपूर्ण भाव प्रदर्शन किया। इस आयोजन में सुरक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
विभिन्न विभागों से लगभग 450 रक्तदाताओ ने रक्तदान किया जो कि निम्न लिखित विभागों से थे अ डॉक्टर, नर्स, तकनीशियन, छात्र, सुरक्षा कर्मि और सीआरपीएफ एवं सीआईएसएफ के अधिकारियों ने भाग लिया। समय की कमी और अन्य स्वास्थ्य कारणों से लगभग 30-40 रक्तदाताओं को दान करने से मना कर दिया गया। शिविर के दौरान लगभग 29 रक्तदाताओं ने अंगदान का संकल्प भी लिया। वे क्षेत्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में पंजीकृत थे। रक्तदाताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए, पीजीआई के सुरक्षा विंग के अधिकारी , पुलिस अधीक्षक यातायात मोहाली, वरिष्ठ कमांडेंट सीआईएसएफ, कमांडेंट सीआरपीएफ के अधिकारी उन कुछ रक्तदाताओं में शामिल थे जो इस अवसर पर सबसे पहले रक्तदान करने के लिए आगे आए। रक्तदाताओं को चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, दूध, जूस, मौसमी फल और दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया गया। उपहार और स्मृति चिन्ह ट्राइडेंट इंडिया ग्रुप और भारतीय स्टेट बैंक, स्वराज इंजन लिमिटेड, साहनी मठी वाले आदि द्वारा प्रायोजित किए गए। सामाजिक उद्देश्य के रूप में समाज में उनके योगदान की सराहना और मान्यता के प्रतीक के रूप में रक्तदाताओं को ये उपहार दिए गए। पीजीआईएमईआर के वरिष्ठ अधिकारियों ने रक्तदाताओं से मुलाकात की और इस सामाजिक कार्य के लिए संस्थान के सुरक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की तथा साथ ही महान नेताजी सुभाष चंद्र बोस को इस तरह से याद करते हुए देशभक्तिपूर्ण कार्य किया।