- by Vinita Kohli
- Jan, 02, 2025 05:50
 
                            
चंडीगढ़: सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) और ग्रीन कैंपस कमेटी की ओर से आयोजित उद्यमशीलता शोकेस ‘ओपन बाज़ार 4.0’ का चौथा संस्करण संपन्न हो गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज के प्रिंसिपल और आईआईसी प्रेसिडेंट डॉ. अजय शर्मा ने किया था। उन्होंने इस पहल को नवाचार, स्थिरता और युवा उद्यम का जीवंत संगम बताते हुए कहा कि ‘ओपन बाज़ार 4.0’ युवा उद्यमियों के लिए अपने रचनात्मक विचारों को वास्तविक रूप देने का सशक्त मंच है। डॉ. शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत के विज़न और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप है, जो अनुभवात्मक शिक्षा, नवाचार और जिम्मेदार उद्यमिता को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने ओपन बाज़ार 4.0 को “रचनात्मक साहस का उत्सव” बताया, जहां विचारों को वास्तविक दुनिया में उड़ान मिलती है।
दो दिवसीय इवेंट में भारी उत्साह देखने को मिला। क्षेत्र के विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों से आए छात्र उद्यमियों ने 100 से अधिक स्टॉल लगाए, जिनमें पर्यावरण-अनुकूल क्राफ्ट, सस्टेनेबल फैशन, हस्तनिर्मित उत्पाद, एआई-संचालित डिजिटल समाधान, बेक्ड डिलाइट्स और कला-प्रेरित वस्तुएं प्रदर्शित की गईं। दो दिवसीय इस आयोजन के पहले दिन कॉलेज परिसर रचनात्मकता, इनोवेशन और उद्यमशीलता की ऊर्जा से सराबोर हो उठा, जिसने विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता और सस्टेनेबल विकास की दिशा में प्रेरित किया।
इस इवेंट में लगभग 4,000 विज़िटर्स आए और दो दिनों में 10 लाख रुपये से ज़्यादा का ग्रॉस टर्नओवर हुआ, जिससे स्टूडेंट एंटरप्राइज और मिलकर काम करने की उपलब्धि में एक नया बेंचमार्क बना। रेवेन्यू के अलावा, इसने बहुत कीमती प्रैक्टिकल लर्निंग भी दी - जिससे स्टूडेंट्स को मार्केट रिसर्च, ब्रांडिंग, कस्टमर इंटरेक्शन और बिज़नेस एथिक्स का हैंड्स-ऑन अनुभव मिला। इस आयोजन ने विद्यार्थियों को बिजनेस प्लानिंग, ब्रांडिंग, प्राइसिंग और ग्राहक संवाद जैसे व्यावहारिक पहलुओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान किया — जिससे उन्हें कक्षा से परे वास्तविक उद्यमशीलता के कौशल हासिल हुए। ओपन बाज़ार 4.0 महज एक प्रदर्शनी नहीं है - यह उभरते स्टार्टअप और रचनात्मक उपक्रमों के लिए एक लॉन्चपैड है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक, सामाजिक रूप से जिम्मेदार और नवाचार-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस आयोजन की सफलता संयोजक डॉ. विक्रम सागर, सह-संयोजक डॉ. ज्योति जोशी और आयोजन सचिव सुरीत सिंह के गतिशील नेतृत्व से प्रेरित रही। उनकी सूक्ष्म योजना और मार्गदर्शन ने आयोजन के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया। वहीं, शिक्षकों और स्वयंसेवकों की उत्साही भागीदारी ने कार्यक्रम की ऊर्जा और प्रभाव को और भी बढ़ा दिया। सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी का एक शानदार उदाहरण पेश करते हुए, ओपन बाज़ार 4.0 ने सोशल एंटरप्रेन्योर्स और एनेक्टस प्रोजेक्ट्स जैसे सोरेम, प्रोजेक्ट नीव, प्रोजेक्ट अमल, और प्रोजेक्ट अंबिका को भी सपोर्ट दिया, जो समावेशी और मकसद-आधारित इनोवेशन के प्रति कॉलेज की गहरी प्रतिबद्धता को दिखाता है।