Wednesday, Oct 29, 2025

चंडीगढ़ को बनाया जाएगा भारत का पहला नशा मुक्त शहर, 3 मई को होगा वॉक का आयोजन


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चंडीगढ़ : समाज में नशीली दवाओं के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए 3 मई को तिरंगा पार्क, सेक्टर 17, चंडीगढ़ में नशा मुक्त चंडीगढ़ के लिए वॉक का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य युवाओं को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना और चंडीगढ़ को भारत का पहला नशा मुक्त शहर बनाना है। इस पदयात्रा का नेतृत्व पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया करेंगे। इसमें हरियाणा के राज्यपाल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री, राज्यसभा और लोकसभा के सांसद और दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। बुधवार को पंजाब राजभवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने बताया कि छात्रों, एनएसएस स्वयंसेवकों, पूर्व सैनिकों, आरडब्ल्यूए सदस्यों, चंडीगढ़ प्रशासन के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों सहित 5,500 से अधिक प्रतिभागी चंडीगढ़ में 8 अलग अलग स्थानों पर एकत्र होंगे और तिरंगा अर्बन पार्क, सेक्टर 17, चंडीगढ़ की ओर मार्च करेंगे। 


लगभग 2,500 स्कूल छात्र जीएमएसएसएस सेक्टर 16, 18, 22, 23 से मार्च करते हुए सेक्टर 17 स्थित तिरंगा अर्बन पार्क पहुंचेंगे। 1,500 एनएसएस व कॉलेज छात्र नामित स्थानों से मार्च में शामिल होंगे। 500 छात्र चंडीगढ़ सचिवालय, सेक्टर 9 में एकत्र होंगे। सभी सरकारी और निजी संस्थानों के 100-150 छात्र अपने-अपने संस्थानों के 1-1.5 किलोमीटर के दायरे में नशा विरोधी संदेश वाली तख्तियां लेकर रैलियां निकालेंगे। तिरंगा अर्बन पार्क में आयोजित मुख्य कार्यक्रम की लाइव वेबकास्ट छात्रों द्वारा उनके संस्थानों में देखी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान स्कूलों, कॉलेजों, सुखना लेक और सेक्टर 17 स्थित प्लाजा पर स्क्रीनिंग की जाएगी, जिससे अधिक से अधिक लोग इस महत्वपूर्ण पहल को देख सकें। 


पूरे शहर में 1.5 लाख से अधिक लोगों तक वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम की पहुँच सुनिश्चित की जाएगी। सैन्य बैंड का प्रदर्शन भी मुख्य आकर्षण रहेगा  गौरतलब है कि वाडा (विक्ट्री अगेंस्ट ड्रग एब्यूज) अभियान का 26 अप्रैल को पीएम श्री जीएमएसएसएस, धनास से शुभारंभ किया गया था । स्कूलों में "ट्री ऑफ लाइफ" गतिविधि शुरू की गयी है जिसमें छात्रों द्वारा कल्पवृक्ष पर संकल्प-पत्र लगाए गए हैं। इस पेड़ पर छात्रों और शिक्षकों ने नशा मुक्त समाज की कामना करते हुए अपनी इच्छाएं लिखकर टांगीं गई हैं। स्कूलों में नशा मुक्त समाज और नशा मुक्त शहर थीम पर स्लोगन लेखन और पोस्टर निर्माण प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। साथ ही, विशेषज्ञों को बुलाकर नशे के दुष्प्रभावों और नशा मुक्त समाज के महत्व पर वार्ताएं भी करवाई जा रही हैं। अभियान से जुड़ी सभी गतिविधियों के समन्वय के लिए राजन जैन, जिला शिक्षा अधिकारी, को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

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Vinita Kohli

चंडीगढ़ को बनाया जाएगा भारत का पहला नशा मुक्त शहर, 3 मई को होगा वॉक का आयोजन

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