- by Super Admin
- Jun, 23, 2024 21:28
चंडीगढ़ : जेल में बैठे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू कराए जाने के मामले की आज यानि वीरवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। इस दौरान पुलिस की तरफ जेलों की सुरक्षा के लिए लगाए जाने वाले जैमर संबंधी रिपोर्ट दी जाएगी। हालांकि गत सुनवाई में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एक सवाल के जवाब में सरकारी वकील ने जैमर लगाने के प्रोजेक्ट में देरी का कारण फंड की कमी को बताया था।
जेलों की सुरक्षा पर किया जाता है करोड़ों खर्च
सुनवाई के दौरान अदालत में सरकार की तरफ से बताया गया था जेलों में जैमर व अन्य सुरक्षा इंतजामों के लिए 600 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। फंड की व्यवस्था करने में समय लग रहा है। ऐसे में सरकार को थोड़ी मोहलत दी जाए। फिलहाल 15 जेलों में लो पावर्ड जैमर लगाए गए है। बठिंडा जेल में कवच जैमर लगाया गया है।
पंजाब सरकार के रिपार्ट न आने से दोषी अधिकारियों के खिलाफ टली कार्रवाई
जब इंटरव्यू में शामिल अधिकारियों संबंधी जवाब हुए तो इस पर सरकार का जवाब था इंटरव्यू लेने वाला रिपोर्टर सुप्रीम कोर्ट चला गया है। जो SIT हाईकोर्ट के आदेश पर गठित हुई और अभी तक जो स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की गई है वह पंजाब सरकार के पास नहीं है। वह हाईकोर्ट के पास ही मौजूद हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी एफआईआर राजस्थान की जा सकती है ट्रांसफर
SIT ने हाईकोर्ट को बताया कि था लॉरेंस के दो इंटरव्यू हुए थे। पहले इंटरव्यू के मामले की जांच पूरी होने के करीब है, इस महीने के अंत तक इसे पूरा किया जाएगा। यह इंटरव्यू सीआईए खरड़ में हुआ है। जबकि दूसरे इंटरव्यू को लेकर जो FIR दर्ज की गई थी, उसे राजस्थान ट्रांसफर किया जा सकता है। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ था। ऐसे में इसे राजस्थान को दिया जा सकता है। हालांकि राजस्थान को इस मामले में पार्टी बनाया जा चुका है।
पहले इंटरव्यू में ली मूसेवाला के मर्डर की जिम्मेदारी
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया।