- by Super Admin
- Aug, 07, 2024 09:48
होशियारपुर: पंजाब परिवहन विभाग का तो बाबा आदम ही निराला हैं। डिजिटल युग के भले ही लंबे-चौड़े भाषण दिए जा रहे है , लेकिन हकीकत में डिजिटल व्यवस्था में अभी भी बड़ी खामियाँ पाई जा रही हैं, जिसकी बड़ी कीमत निर्दोष लोगों को चुकानी पड़ रही है। इसका एक बड़ा उदाहरण तब सामने आया जब हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की झंडूता तहसील के गाँव सिंघासनी में खड़ी एक निजी कार का चालान 155 किलोमीटर दूर होशियारपुर के गढ़दीवाला कस्बा में काटा गया। हैरानी की बात यह है कि इस चालान फॉर्म पर जिस गाड़ी का चालान काटा गया है, उसके बॉक्स में HP 89-9639 नंबर प्लेट वाले एक स्कूटर की फोटो लगी हुई है, जो असल में एक कार की है जो हिमाचल प्रदेश के उपरोक्त पते पर कई दिनों से खड़ी है।
इस मामले की जानकारी देते हुए, हिमाचल प्रदेश के ओंकारेश्वर महादेव मंदिर के गद्दी नशीन स्वामी मानसी गिरी ने बताया कि उन्हें अपने मोबाइल फोन पर अपनी दादी सत्या देवी पत्नी प्रकाश चंद के नाम से एक कार के चालान का मैसेज मिला, जिसे देखकर वे हैरान रह गए क्योंकि पिछले कई दिनों से उनकी कार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में फंसी होने के कारण सड़क पर नहीं गई थी, जबकि उनका ऑनलाइन चालान 155 किलोमीटर दूर पंजाब प्रांत के होशियारपुर जिले में काटा गया था। स्वामी मानसी गिरी ने बताया कि जब उन्होंने चालान फॉर्म का प्रिंटआउट निकालकर ध्यान से देखा तो उसमें स्कूटर की फोटो लगी हुई थी जिस पर उनकी गाड़ी का नंबर लिखा हुया था। जिससे लगता था कि स्कूटर पर लगी नंबर प्लेट नकली थी। जिससे उनकी सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो गया है, जिसे देखते हुए उन्होंने इस बड़ी गलती के लिए ऑनलाइन लोकमित्र पोर्टल पर शिकायत दर्ज वी करावाई है।