Thursday, Oct 30, 2025

चंडीगढ़ की प्लानिंग कैसे हुई, एआई की मदद से लोगों को दी जाएगी जानकारी : सेक्टर-19 में तैयार होगा डिजिटल म्यूजियम


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चंडीगढ़ : शहर में पहला ऐसा डिजिटल म्यूजियम बनने जा रहा है है, जहां वर्चुअल रियलिटी के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए एक अलग अनुभव करने का मौका मिलेगा। ली कार्बजिए सेंटर सेक्टर-19 के एक हिस्से को पूरी तरह से डिजिटल म्यूजियम में बदलने के प्रस्ताव प्रशासन ने मंजूरी के लिए केंद्र को भेजा है। केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना में चंडीगढ़ का भी नाम है। इसी स्कीम के तहत इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए भेजा गया है। हालांकि ये हेरिटेज बिल्डिंग है, इसलिए बिल्डिंग का एक हिस्सा जो पूरी तरह से खाली है वहीं इसे अंदर तैयार किया जाएगा, ताकि बिल्डिंग के साथ कोई छेड़छाड़ न हो। इस म्यूजियम के बनने से हेरिटेज पर कोई असर न पड़े, इस बारे में प्रशासन पहले ही संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर चुका है। यहां होलोग्राफिक टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाएगी। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बताया जाएगा कि चंडीगढ़ की प्लानिंग कैसे हुई, क्या दिक्कतें थीं, किस तरह काम आगे बढ़ा। म्यूजियम में ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर), वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और मिक्सड रियलिटी (एमआर) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। शहर के बनाने, डिजाइन, सेक्टर्स, प्लेग्राउंड, ग्रीन बेल्ट की डेवलपमेंट को इन्हीं टेक्नोलॉजी के जरिए दिखाया जाएगा। शहर की प्लानिंग, डिजाइन से लेकर डेवलपमेंट तक में जिन लोगों का योगदान रहा है, उनकी पूरी जानकारी भी डिजिटल फॉर्मेंट में रहेगी।


केंद्र की मंजूरी के बाद इसका एस्टीमेट तैयार किया जाएगा। हालांकि इस पर 8-10 करोड़ रुपए का खर्च आ सकता है। अधिकारियों के मुताबिक युवाओं को भी हम अपनी विरासत के साथ जोड़कर चलते रहें और शहर के यूनिक हेरिटेज कैरेक्टर को लेकर सभी को जानकारी मिले, इसके लिए इस तरह के पहले डिजिटल म्यूजियम का खाका तैयार किया गया है। सेक्टर-19 में ली कार्बजिए सेंटर में दो ब्लॉक हैं। एक तरफ कार्बजिए, पियरे जेनरे से संबंधित सामान, डॉक्यूमेंट्स, मॉडल, उनके लिखे लेटर व अन्य सामान प्रिजर्व किया गया है। इसके सामने के ब्लॉक में जहां पहले फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के दफ्तर होते थे, उस तरफ ये पूरा डिजिटल म्यूजियम होगा। गौरतलब है कि स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के लिए कंसल्टेंट की तरफ से सब्मिट की गई इंसेप्शन रिपोर्ट में कहा गया है कि यह शहर माइस (एमआईसीई, मीटिंग्स, इन्सेंटिव्स, कान्फ्रेंस और एग्जीबिशन) टूरिज्म के लिए उपयुक्त जगह है। इसके लिए यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर को जल्द और बेहतर तरीके से तैयार किया जा सकता है। क्योंकि इस शहर की लोकेशन और मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर इस तरह के टूरिज्म के लिए सही है। चंडीगढ़ के लिए तय कंसल्टेंट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसके लिए यहां पर माइस प्रमोशन ब्यूरो और कन्वेंशन सेंटर स्थापित कर सकते हैं। इसके साथ कल्चरल और हेरिटेज करेक्टर को जोड़ कर इसे यहां पर काफी बढ़ावा दिया जा सकता है। इसमें भी कन्वेंशन सेंटर बनाने की जरूरत पर रिपोर्ट में कहा गया है कि एक ऐसा बड़ा सेंटर जो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हिसाब से हो और इसी तरह की बड़ी कान्फ्रेंस आयोजित किए जाने की सुविधा इसमें होनी चाहिए। इससे शहर की ब्रांडिंग से लेकर इकोनॉमिक ग्रोथ में तेजी आएगी। चंडीगढ़ के हेरिटेज करेक्टर को देखते हुए इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में स्थापित किया जा सकता है।

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Vinita Kohli

चंडीगढ़ की प्लानिंग कैसे हुई, एआई की मदद से लोगों को दी जाएगी जानकारी : सेक्टर-19 में तैयार होगा डिजिटल म्यूजियम

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