- by Super Admin
- Jun, 23, 2024 21:28
चंडीगढ़: पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने चंडीगढ़ प्रशासन के सहयोग से चंडीगढ़ में एमएसएमई प्रदर्शन को बढ़ाने और गति देने (रैंप) पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। चंडीगढ़ के उपायुक्त एवं उद्योग विभाग के सचिव निशांत कुमार यादव ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेकर कहा कि रैंप योजना भारत सरकार की एक सराहनीय पहल है,जो एमएसएमई को नवाचार करने और अगले स्तर तक पहुँचने में सक्षम बनाती है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि आज के तेज़ी से विकसित होते व्यावसायिक परिदृश्य में, प्रौद्योगिकी को अपनाना अस्तित्व और विकास की कुंजी है। प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, पीएचडीसीसीआई के चंडीगढ़ चैप्टर की अध्यक्ष मधु सूदन विज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह कार्यक्रम एमएसएमई को सशक्त बनाने के लिए चर्चाओं, सहयोगों और विचारों को प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
एक्सेंचर के प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कानूनी और नियामक अनुपालन पर अपने सत्र में बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता एमएसएमई के लिए अपार संभावनाएं प्रदान करती है, लेकिन इसके नैतिक पहलुओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। पीएचडीसीसीआई चंडीगढ़ चैप्टर के सह-अध्यक्ष, सुव्रत खन्ना ने प्रतिभागियों से जिम्मेदारी से नवाचार करने का आग्रह किया और कहा कि प्रौद्योगिकी का लाभ न केवल दक्षता के लिए, बल्कि एक स्थायी भविष्य के निर्माण के लिए भी उठाया जाना चाहिए। पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक, भारती सूद ने रैंप योजना को एक परिवर्तनकारी कदम बताया जिसका उद्देश्य क्षमता निर्माण, प्रौद्योगिकी अपनाने, बाजार पहुंच और ऋण में आसानी के माध्यम से एमएसएमई को मजबूत करना है। इस अवसर पर आईडीएस इन्फोटेक लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ, प्रताप के. अग्रवाल, कैपजेमिनी की निदेशक सुश्री अनुभूति भटनागर, लेबलर एआई के सीईओ पुनीत जिंदल,अमन मुंद्रा,नकुल पुंतंबेकर ने विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा में भाग लिया।