- by Super Admin
- Jul, 15, 2024 06:28
जगमर्ग धर्म डेस्क: आज सावन का तीसरा सोमवार है और यह सप्ताह शिव भक्तों के लिए बेहद ही खास होने वाला है। इस सप्ताह भगवान शिव के अलावा माता पार्वती, गणेश जी और नाग देवता का व्रत पर्व है। बता दें कि 7 अगस्त को हरियाली तीज, 8 अगस्त की गणेश चतुर्थी व्रत और 9 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी। वैसे तो सावन का पूरा महीना ही एक पर्व की तरह है लेकिन सावन का यह तीसरा सप्ताह बेहद खास है जिसमें शिव परिवार की पूजा अर्चना होनी है। आज हम आपको हरियाली तीज, गणेश चतुर्थी और नाग पंचमी की पूजा विधि बताने वाले हैं जो जानना बेहद ही जरूरी है।
हरियाली तीज की पूजा विधि
हरियाली तीज का यह खास पर्व 7 अगस्त को है जिसमें सुहागन अपने पति की लंबी उम्र के यह व्रत रखती है। इस दिन भगवान शिव के साथ देवी पार्वती का विशेष अभिषेक किया जाता है। इस दिन सबसे पहले पूजा गणेश जी की पूजा होती है फिर उसके बाद शिव-पार्वती का अभिषेक जल, दूध, दही और पंचामृत से किया जाता है। इसके बाद आप शिवलिंग में चंदन का लेप करें और देवी पार्वती को सुहाग की चीजों से श्रृंगार करें। देवी पार्वती का श्रृंगार लाल चुनरी, लाल चूड़ियां, कुमकुम, लाल फूल आदि चीजों से करें। इसके देवी पार्वती की आरती करें और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करें। इस दिन आप किसी महिला को सुहागन का सामान भी दान करें।
गणेश चतुर्थी की पूजा विधि
गणेश चतुर्थी सावन के महीने में सबसे खास होता है। इस दिन काफी लोग व्रत रखते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करते हैं। गणेश चतुर्थी इस बार यह 8 अगस्त को मनाई जाएगी। गणेश चतुर्थी के दिन सुबह गणेश पूजा में चतुर्थी व्रत करने का संकल्प लें। इस दिन आप अपनी मर्जी से किसी भी तरह का व्रत रख सकते हो। इसके बाद आप गणेश जी के मंत्रों का जप करें। वहीं आप गणेश मंदिर में दूर्वा और नारियल को चढ़ाएं।
नाग पंचमी की पूजा विधि
नाग पंचमी भगवान शिव का सबसे खास दिन होता है। यह खास दिन 9 अगस्त को है। इस दिन शिवलिंग पर स्थापित नाग देव का अभिषेक करें। जीवित नाग को दूध पिलाने से बचें क्योंकि वह उनके लिए जहर के समान होता है। दूध को आप केवल नाग देव की प्रतिमा पर चढ़ाएं। इस दिन आप उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के ऊपरी तल पर नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन कर सकते हैं। बता दें कि यह मंदिर साल में एक बार ही खुलता है और वह खास दिन नाग पंचमी का दिन ही है।