Thursday, Oct 30, 2025

जल मित्र बनकर जलशक्ति अभियान, कैच द रेन को बनाएंगे सफल : नायब सैनी


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चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि जल शक्ति अभियान कैच द रेन-2025 को जल मित्र बनकर सफल बनाएंगे। हरियाणवासी मिलकर संकल्प लें कि पानी की एक-एक बूंद बचाएंगे। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एक अभियान, एक आंदोलन, एक क्रांति है। आज जल संचय के जिस उद्देश्य के लिए अभियान की शुरुआत हुई है, यह केवल सरकार की एक योजना का कार्य नहीं है बल्कि यह हमारी आज और आने वाली पीढ़ी के कल के लिए महत्वपूर्ण विषय है। मुख्यमंत्री पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल द्वारा जल शक्ति अभियान : कैच द रेन 2025 के शुभारंभ पर बोल रहे थे। इस दौरान सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला की धरा से जो अभियान शुरू हो रहा है, वह जल संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। 


उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को हरियाणा के 2 करोड़ 80 लाख लोगों की और से विश्वास दिलाया कि हरियाणा जल संरक्षण की इस मुहिम को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जल शक्ति अभियानः कैच द रेन 2025 की शुरुआत हरियाणा से करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल का आभार व्यक्त किया। नायब सिंह सैनी ने कहा कि अगर नीति, नीयत, और नेतृत्व सही हो तो समाज में भी परिवर्तन आता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को सच करके दिखाया है। उन्होंने जिस प्रकार से सामाजिक मुद्दों को उठाया, लोगों की चिंता की है, उसी का परिणाम है कि आज देश में स्वच्छता, स्वास्थ्य, बेटियों को बचाने के लिए सामाजिक चेतना या जल संरक्षण की बात हो। यह सब आज एक अभियान बन चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल शक्ति अभियान न केवल हमारी वर्तमान पीढ़ी के लिए, बल्कि भावी पीढ़ी के लिए भी बहुत महत्व रखता है। यदि वर्तमान में जल का संचय करेंगे, संरक्षण करेंगे और सदुपयोग करेंगे, तभी भावी पीढ़ी को जल संसाधन सौंप सकेंगे। इस अभियान का संदेश जल संरक्षण और जल संचयन में जन-भागीदारी और जन-जागरूकता बढ़ाना है।



अमृत सरोवर मिशन के तहत 2215 तालाबों का किया जीर्णोद्धार

नायब सिंह सैनी ने कहा कि एस.टी.पी. से उपचारित जल का सिंचाई, उद्योगों और शहरी क्षेत्रों में गैर-पेयजल आवश्यकताओं के लिए प्रयोग किया जा रहा है। तालाबों के जीर्णोद्धार एवं कायाकल्प के साथ गन्दे पानी के उपचार एवं प्रबंधन के उद्देश्य से अमृत सरोवर मिशन के तहत 2215 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। राज्य सरकार वर्षा जल संचय के लिए किसानों को अपने खेतों में तालाब बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और तालाब के निर्माण पर 85 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। प्रदेश में 68 हजार से अधिक जल संरक्षण और वर्षा जल संचय ढांचे बनाये गए हैं।



25 लाख महिलाओं को दी गई पानी गुणवत्ता जांचने की ट्रेनिंग : सीआर पाटिल

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण लगातार बढ़ रही पानी की कमी की समस्या में कमी आई है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में 25 लाख महिलाओं को उनके गांव, उनके घर में आने वाले पानी के गुणवत्ता की जांच करने के लिए ट्रेनिंग दी गई और उन्हें किट भी दी गई। जबकि कांग्रेस के 70 साल में कभी किसी को ट्रेनिंग देने की आवश्यकता नहीं पड़ी, क्योंकि सरकार की ओर से कभी किसी के घर में पानी ही नहीं दिया गया। महिलाएं दूर से पानी लाती थी और वह पानी पीने लायक भी नहीं होता था। पानी की गुणवत्ता की चिंता करना उनके लिए संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत नल से जल योजना के तहत प्रति व्यक्ति 55 लीटर पानी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जो जमीन में पानी है उसे पूरा प्रयोग कर लिया जाएगा तो आने वाली पीढ़ी के लिए पानी नहीं बचेगा, इसलिए बारिश के पानी का संचय करना आवश्यक है।  

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Vinita Kohli

जल मित्र बनकर जलशक्ति अभियान, कैच द रेन को बनाएंगे सफल : नायब सैनी

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