- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़ : पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले पानी में कटौती कर दी है। साढ़े 9 हजार क्यूसिक की जगह अब सिर्फ 4 हजार क्यूसिक पानी ही दिया जा रहा है। इसको लेकर अब टकराव बढ़ता जा रहा है। पानी का बंटवारा भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) करता है। हरियाणा सरकार ने बोर्ड से BBMB रूल्स 1974 की धारा 7 के तहत यह मामला केंद्र को भेजने की मांग की। जिसके बाद BBMB ने केंद्र सरकार को लेटर लिखा है। यह बोर्ड केंद्रीय बिजली मंत्रालय के अधीन आता है। जिसके मंत्री हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर है। इस लेटर पर फैसला भी वही लेंगे। इसी बीच हरियाणा के CM नायब सैनी ने कहा कि अगर हरियाणा में पानी कम आता है, तो दिल्ली में भी पेयजल आपूर्ति प्रभावित होगी।
पानी रोकने पर CM सैनी ने कही दो अहम बातें
1. विषय सिर्फ पानी नहीं पेयजल का: CM नायब सिंह सैनी ने कहा- सतलुज यमुना लिंक के पानी का विषय नहीं है, यह विषय पीने के पानी का है। हर वर्ष अप्रैल, मई और जून के महीने में हरियाणा कॉन्टैक्ट पॉइंट पर 9 हजार क्यूसेक पानी भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) द्वारा दिया जाता है। हमारी संस्कृति में है कि अगर हमारे घर पर कोई भी व्यक्ति आता है तो पानी पिलाकर हम उसका स्वागत करते हैं।
2. पंजाब के अधिकारी BBMB का फैसला नहीं मान रहे: CM सैनी ने कहा- BBMB की टेक्निकल कमेटी ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान को पानी छोड़ने का जो 23 अप्रैल को निर्णय लिया था, उसे अमल में लाने के लिए पंजाब के अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हरियाणा को पीने का पानी उपलब्ध कराएं।