- by Super Admin
- Apr, 08, 2024 04:37
चंडीगढ़ : अवैध खनन पर शिकंजा कसने को लेकर हरियाणा राज्य प्रवर्तन ब्यूरो एक्शन मोड में है। एचएसईएनबी ने छह महीने में रिकार्ड एफआईआर दर्ज करने के साथ जुर्माना भी वसूला है। हरियाणा राज्य प्रवर्तन ब्यूरो ने 1 जनवरी से 10 जुलाई तक की अवधि में वर्ष 2025 के दौरान की गई कार्रवाई में, वर्ष 2024 की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2024 में कुल 3039 खनन स्थलों की जांच की गई थी, वहीं 2025 में अब तक यह संख्या 3733 तक पहुंच चुकी है। इसी प्रकार, 2024 में 684 एफआईआर दर्ज की गई थीं जबकि 2025 में यह संख्या बढ़कर 860 हो गई है। एफआईआर निपटान में भी सुधार देखा गया है। 2024 में 329 मामलों का निपटान हुआ था, जबकि 2025 में यह आंकड़ा 445 तक पहुंच गया।
गिरफ्तारी और वाहन जब्ती में भी हुई वृद्धि
खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वर्ष 2024 में 626 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था, वहीं 2025 में यह आंकड़ा 754 तक पहुंच गया है। इसी प्रकार, खनन कार्यों में प्रयुक्त 945 वाहनों को 2024 में जब्त किया गया था, जबकि 2025 में अब तक 1186 वाहन जब्त किए जा चुके हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रवर्तन तंत्र ने खनन से जुड़ी रसद प्रणाली पर भी निर्णायक प्रहार किया है। वर्ष 2025 में अब तक अवैध खनन से संबंधित मामलों में 10.69 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है, जो कि वर्ष 2024 में लगाए गए 6.78 करोड़ की राशि के जुर्माने की तुलना में 57 प्रतिशत अधिक है। यह कार्रवाई न केवल खनन माफियाओं पर कड़ा आर्थिक दबाव बनाने में सफल रही है, बल्कि राज्य सरकार के लिए राजस्व संवर्धन की दृष्टि से भी एक उल्लेखनीय उपलब्धि सिद्ध हुई है।
अवैध खनन को लेकर एसपी को कड़ी कार्रवाई करने के दिए गए हैं निर्देश
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि पुलिस विभाग और प्रवर्तन ब्यूरो समन्वित रूप से कार्य कर रहे हैं और हर जिले में समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि अवैध खनन से जुड़े मामलों में कोई कोताही न बरती जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन सर्वे और विशेष रेड टीमों के गठन जैसे कदमों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि न केवल अवैध खनन के प्रयास रोके जाएं, बल्कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर न्याय के कठघरे में लाया जाए।