- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़ : राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले होनहार विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य हासिल करने में नायब सरकार सुविधाएं एवं संसाधन मुहैया करवाएगी। सरकारी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों को मुफ्त कोचिंग दी जाएगी, ताकि वे आईआईटी, एनडीए व अन्य परीक्षाओं में सफल हो सकें। इसको लेकर शिक्षा विभाग द्वारा पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत पहले कुछ ब्लाकों में सरकारी स्कूलों के बेहतरीन शिक्षकों द्वारा स्कूल टाइम के बाद मेधावी विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी। ये प्रोजेक्ट सफल रहा तो इसे प्रदेश भर में लागू किया जाएगा। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक की, जिसमें शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने और स्कूलों में सुविधाएं मुहैया करवाने पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में अभिभावकों-शिक्षकों की बैठक करने की योजना है। ताकि अभिभावकों को अपने बच्चों के शिक्षा के स्तर की जानकारी हो और वे बच्चों की शिक्षा में और गुणवत्ता लाने में सहयोग कर सकें।
खिलाड़ियों को सुविधाएं मुहैया करवाने के साथ दी जाएगी अच्छी ट्रेनिंग
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ियों का विश्व भर में खेलों में डंका बजा हुआ है। हमारे खिलाड़ी ही ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप, एशियन गेम्स व कामनवेल्थ खेलों में सबसे ज्यादा पदक जीत रहे हैं। खिलाड़ियों की स्कूल टाइम से ही खेल की नींव मजबूत होती है। इसलिए सरकारी स्कूलों में न सिर्फ खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग दी जाएगी, बल्कि खेलों का ज्यादा से ज्यादा सामान भी मुहैया करवाया जाएगा। जो खेल का सामान स्कूलों को पहले दिया गया है, शिक्षक उसे खिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए दें। वे इसकी स्वयं समय-समय पर समीक्षा भी करेंगे। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग के कार्यालयों में हिंदी भाषा का होगा प्रयोग, कोताही सहन नहीं
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है। हरियाणा प्रदेश भी हिंदी भाषी है। शिक्षा विभाग के कार्यालयों में हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाए। इसमें कोई कोताही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह बड़े ही गर्व की बात है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मिल की योजना में हरियाणा देश में प्रथम स्थान पर है। शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की सेहत पर भी ध्यान दिया जा रहा है और उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा विनीत गर्ग, एलीमेंट्री एजुकेशन के निदेशक विवेक अग्रवाल और सेकेंडरी एजुकेशन के निदेशक जितेंद्र दहिया व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।