- by Super Admin
- Apr, 08, 2024 04:37
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना’ की शुरुआत की। इसके तहत ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले राज्य के कारीगरों को पांच हजार रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि मिलेगी। मुख्यमंत्री ने रोहतक में बुधवार को भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। सैनी ने कहा कि आज भगवान विश्वकर्मा की जयंती और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन का सुखद संयोग है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को 21 वीं सदी में ‘नए भारत’ का निर्माता बताया। उन्होंने हरियाणा के 2.75 करोड़ लोगों की ओर से भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धासुमन अर्पित किए और 75वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं दीं। भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन उन मेहनती, ईमानदार और परिश्रमी श्रमिकों को सम्मानित करने के लिए समर्पित है जो अपने समर्पण से राष्ट्र की प्रगति को आकार दे रहे हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सैनी ने कहा कि आज के कारीगरों को औजारों की बढ़ती लागत, तेजी से बदलते डिजाइन, सीमित बाजार पहुंच और ऋण की आवश्यकता जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन मुद्दों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की जिसके तहत कौशल प्रशिक्षण, प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये का दैनिक भत्ता और कारीगरों के लिए ‘टूल किट’ प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में इस योजना के तहत 41,366 आवेदकों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 30,655 कारीगरों ने कौशल प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और लगभग 12 हजार को ‘टूल किट’ प्रदान की जा चुकी है। इसके अलावा छह हजार कारीगरों को 56 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए हैं। केंद्र ने दो साल पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की थी।