- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग ट्रांसफर ड्राइव की तैयारियों में जुटा हुआ है, लेकिन शिक्षकों की लापरवाही ट्रांसफर ड्राइव में आड़े आ रही है। पीआरटी, जेबीटी और एचटी के रेशनालाइजेशन के बाद डाटा में त्रुटियां सामने आ रही हैं। एमआईएस पोर्टल और जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा भेजा गया डाटा भिन्नता है। जेबीटी और एचटी के रेशनालाइजेशन डाटा खामियों पर मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने नाराजगी जताई है। महानिदेशक ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को फटकार लगाते हुए हिदायत दी है कि आगामी तीन दिन के भीतर डाटा त्रुटियों को दुरुस्त किया जाए। दरअसल, 11 अप्रैल 2025 के एमआईएस पोर्टल डाटा के मुताबिक पीआरटी, जेबीटी और मुख्य शिक्षकों की संख्या 32 हजार 833 थी, जबकि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा मुख्यालय को भेजी रिपोर्ट में डाटा में असमानता पाई गई। डीईईओ की रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षकों की संख्या 32 हजार से बढ़कर 33 हजार 131 हो गई, जिसमें 298 शिक्षकों की बढ़ोतरी दर्शाई गई है। हालांकि पांच जिलों में एमआईएस पोर्टल डाटा से कम शिक्षक दर्शाए गए हैं और 17 जिलों में शिक्षकों की संख्या ज्यादा है। बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से जून माह में ट्रांसफर ड्राइव शुरू करने की कार्ययोजना तैयार की है। मगर शिक्षकों की ढुलमुल कार्यशैली के चलते ट्रांसफर ड्राइव लटकता जा रहा है। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि पहले चरण में ईएसएचएम, एचएम, प्रिंसिपल का ट्रांसफर होगा। जो ईएसएचएम ड्राइव में पोस्टिंग नहीं लेंगे, उनको टीजीटी के पदों पर ट्रांसफर किया जाएगा।
जून-जुलाई में ट्रांसफर ड्राइव पूरा करने की योजना
शिक्षा विभाग की ओर से तैयार की कार्ययोजना के मुताबिक जून माह में ट्रांसफर ड्राइव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है और उसे 31 जुलाई तक सभी ट्रांसफर ड्राइव निपटने का लक्ष्य रखा गया है। लिहाजा, शिक्षकों को एमआईएस पोर्टल पर डाटा अपडेट करने और वेरीफाई कराने के निर्देश दिए हैं। सबसे पहले जेबीटी शिक्षकों के अंतर जिला ट्रांसफर की योजना है।