- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की कथित आत्महत्या के मामले में बृहस्पतिवार को राज्य के मुख्य सचिव से सात दिन के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। इस अधिकारी ने अपने ‘अतिम नोट’ में जाति आधारित भेदभाव का आरोप लगाया था। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी वाई पूरण कुमार ने मंगलवार को अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर कथित तौर पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। उनकी मौत के बाद बरामद एक ‘अंतिम नोट’ में राज्य के कुछ ‘वरिष्ठ अधिकारियों’ के नाम और पिछले कुछ वर्षों में उनके द्वारा कथित तौर पर झेले गए ‘मानसिक उत्पीड़न और अपमान’ का विवरण दिया गया है।
अपने नोटिस में, एनसीएससी ने कहा कि उसने मामले की जांच और पूछताछ के लिए संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत शक्तियों का प्रयोग किया है। नोटिस में राज्य सरकार को घटना का विवरण, पीड़ित और आरोपी के नाम, प्राथमिकी संख्या, की गई गिरफ्तारियां, दायर आरोप और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दिए गए मुआवजे सहित एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। आयोग ने चेतावनी दी है कि निर्धारित समय के भीतर जवाब न देने पर अनुच्छेद 338 के तहत एनसीएससी को दी गई दीवानी अदालत की शक्तियों के तहत समन जारी किया जा सकता है।