- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने "ऑपरेशन सिंदूर" की सफलता पर देशवासियों को बधाई दी और इसे राष्ट्र की गरिमा, शौर्य और आत्मसम्मान का प्रतीक बताते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता ने भारत के राष्ट्रीय संकल्प, सैनिकों की वीरता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की दृढ़ता को विश्व पटल पर स्थापित किया है। यह पूरे देश के लिए गौरव, आत्मसम्मान और वीरता का उत्सव है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मंगलवार को पंचकूला में "तिरंगा यात्रा - एक यात्रा देशभक्ति के नाम" के आरंभ से पहले यवनिका टाउन पार्क में उपस्थिजन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री की अगुवाई में सेक्टर - 5 स्थित यवनिका टाउन पार्क से भारत माता की जय, वंदे मातरम जैसे नारों के साथ यात्रा आरंभ हुई और मेजर संदीप शांकला मेमोरियल पर जाकर सम्पन्न हुई। इस यात्रा में बच्चों, महिलाओं सहित हजारों लोगों ने भागीदारी की और देश के वीर सैनिकों को नमन किया। मेजर संदीप शांकला मेमोरियल पर मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रीगणों ने माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और जवानों की वीरता व साहस को नमन किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे बहादुर सैनिकों ने जिस साहस, निष्ठा और अनुशासन के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, वह केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय गरिमा का प्रतीक बन गया है। प्रधानमंत्री का यह स्पष्ट संदेश पूरी दुनिया ने सुना कि ''भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।'' यही नए भारत का आत्मविश्वास है और विकसित भारत की पहचान है। इस मौके पर पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार, शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा, पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा, विधायक योगेंद्र राणा, विनोद भ्याना, प्रमोद विज, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, सूचना, जन संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक के. मकरंद पांडुरंग, मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय सहित जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की सैन्य रणनीति और सैनिकों के शौर्य का अद्वितीय उदाहरण
नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की सैन्य रणनीति, प्रधानमंत्री के नेतृत्व की कुशलता और सैनिकों के शौर्य का अद्वितीय उदाहरण है। इसमें आतंकवादियों के कई अड्डों को नेस्तनाबूद किया गया। पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत की संप्रभुता पर हमला करने की कीमत बहुत बड़ी होती है। जब बात देश की सुरक्षा की आती है, तो भारत कोई समझौता नहीं करता। ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने युद्ध की परिभाषा ही बदल दी।
गैर-सैन्य कार्रवाई में सिंधु जल संधि निलंबित की गई
मुख्यमंत्री ने कहा कि गैर-सैन्य कार्रवाई में सिंधु जल संधि निलंबित की गई। कलाकार, वीजा, व्यापार सब कुछ बंद किया। पाक नागरिकों की वापसी की, अटारी बॉर्डर सील किया, आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया और पाकिस्तान को पूरे संसार से अलग-थलग कर दिया। यह युद्ध नहीं था। यह नए भारत का प्रतिशोध था। हमारी सेनाओं ने सिर्फ मिसाइलें नहीं छोड़ीं, उन्होंने ऐसा संदेश दिया जो अमेरिका और चीन तक गूंज उठा। यह है नया भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सशक्त भारत।
तिरंगा यात्रा देशभक्ति और सैनिकों के सम्मान का प्रतीक : बड़ौली
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत ने जो लड़ाई लड़ी और जिस पराक्रम व साहस के साथ लड़ी, आज हम सब इस यात्रा के माध्यम से हमारे वीर सैनिकों को सलाम कर रहे हैं। यह तिरंगा यात्रा देशभक्ति और सैनिकों के सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने जो पराक्रम साहस करके दिखाया उनके सम्मान में हम इस यात्रा में शामिल हुए हैं। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री की अगुवाई में लगभग 2 किलोमीटर तक हम सभी पैदल मार्च करेंगे।
वीर सैनिकों को समर्पित तिरंगा यात्रा : रस्तोगी
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहा कि यह तिरंगा यात्रा उन सभी वीर सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान इस देश के लिए दिया है। यह यात्रा उन सभी सेनानियों को भी समर्पित है, जो देश की सरहदों पर लड़ रहे हैं और दिन-रात अपना खून पसीना एक रहे हैं, जिससे हम शांति से अपने घर में चैन की नींद सो सकें। यह यात्रा उन सभी निर्दोष भारतवासियों, जिनकी निर्मम हत्या आतंकवादियों ने बहुत ही कायरतापूर्ण अंदाज में की, उनको समर्पित है। इस यात्रा के द्वारा हम स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि हमारे इरादे बुलंद और बहुत मजबूत है और देश का एक-एक नागरिक अपने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बलि देने के लिए पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोद ने देश के नाम संबोधन दिया और उसमें उन्होंने जो संदेश दिया उसमें तीन मुख्य बिंदु थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समय युद्ध का नहीं है, लेकिन यह समय आतंकवाद का भी नहीं है। टेरर के साथ ट्रेड और टॉक नहीं चल सकती। लहू और जल एक साथ नहीं बह सकते। अब बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर और उसमें पनप रहे आतंकवाद के प्रति होगी।