Wednesday, Oct 29, 2025

सुनहरी यादों के साथ संपन्न हुआ शहरी निकायों के अध्यक्षों का प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन


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चंडीगढ़ : देशभर के शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों का प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन अनेक सुनहरी यादें छोड़ गया। हरियाणा विधान सभा की मेजबानी व हरियाणा सरकार के सहयोग से गुरुग्राम में संपन्न हुए इस सम्मेलन में देश भर के विकास में अग्रणी शहरी स्थानीय निकायों द्वारा प्रस्तुत किए गए विकास के मॉडल पर चर्चा की गई। इस चर्चा में 2047 में विकसित भारत के योगदान में शहरी निकायों की भूमिका बढ़ाने और उनके योगदान को लेकर संकल्प लिया गया। सम्मेलन में शहरी स्थानीय निकायों में विकास का इंजन बनने में महिलाओं की सशक्त भूमिका पर भी चर्चा की गई। इन विषयों पर जहां अनेक दिग्गजों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ वहीं हरियाणा की सांस्कृतिक छटा ने भी अनेक रंग बिखेरे। सम्मेलन में भाग लेने वाला प्रत्येक शख्स हरियाणा विधान सभा की ओर से की गई मेजबानी का मुरीद नजर आया। सम्मेलन से भविष्य में पंचायती राज संस्थाओं, सहकारी संस्थाओं, युवा और महिलाओं की सहभागिता पर आधारित सम्मेलनों की राह भी आसान हो गई है। सम्मेलन के पहले दिन 3 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शहरी निकाय जनप्रतिनिधि सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कदम बढ़ाएं तो वे निश्चित तौर पर शहरी क्षेत्र में ऊर्जावान बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश को नई दिशा देने में राष्ट्र की सबसे छोटी इकाई के रूप में कार्य कर रही शहरी निकाय मजबूती से अब आगे बढ़ रही हैं।  


राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि शहरी शासन, स्थानीय निकायों की गुणवत्ता का सीधा रिश्ता आम जनजीवन से होता है। आम जन के जीवन को आसान बनाने और विकसित करने में इनकी भूमिका अहम होती है। उपसभापति ने जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए नागरिक शासन के महत्व पर बात की। सम्मेलन के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि लोकसभा और विधानसभाओं की तरह शहरी स्थानीय निकायों में भी हाउस के सेशन होने चाहिए जिसे कोई लोकसभा अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष की तरह चयनित कोई व्यक्ति चलाए। इससे निष्पक्ष तौर पर काम करने की कार्य पद्धति बनेगी। उन्होंने कहा कि कैपिसिटी बिल्डिंग में इस तरह के सम्मेलन का अहम योगदान रहता है।  सम्मेलन में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कचरा प्रबंधन में उन्नत तकनीकों का उपयोग करते हुए वेस्ट टू वेल्थ की नीति को अपनाने का आह्वान किया उन्होंने कहा कि इससे न केवल स्वच्छता अभियान को नई दिशा मिलेगी, बल्कि शहरी स्थानीय निकायों के आर्थिक संसाधनों में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस अभियान में समाज को व्यापक जन-जागरण के माध्यम से जोड़ें, ताकि शहरों को और स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके।

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Vinita Kohli

सुनहरी यादों के साथ संपन्न हुआ शहरी निकायों के अध्यक्षों का प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन

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