- by Vinita Kohli
- Jan, 01, 2025 04:21
चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि 'हरियाणा एक-हरियाणवी एक' की भावना से लागू की गई सरकार की हर योजना, हर नीति, हर निर्णय में संत कबीर की भावना बसती है। संत कबीर जी की वाणी आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी। उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया कि हम सभी यह संकल्प लें कि संत कबीर की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उनकी वाणी को न केवल याद रखेंगे, बल्कि अपने आचरण में भी उतारेंगे। जातिवाद, भेदभाव, ऊंच-नीच से ऊपर उठकर, हम 'एक भारत - श्रेष्ठ भारत' की ओर बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना के तहत जिला सिरसा में आयोजित संत शिरोमणि कबीर दास जयंती राज्य स्तरीय समारोह में उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर भारतीय संस्कृति की 'सर्वधर्म समभाव' और 'वसुधैव कुटुम्बकम्' परम्परा के संवाहक और इतिहास के अनमोल रत्न थे। उनका जन्म ऐसे समय में हुआ, जब हमारा समाज अंधविश्वास, जात-पात और रूढ़िवादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था। संत कबीर ने अपने कर्म से वंदनीय स्थान प्राप्त किया। वे अपने समय के सबसे साहसी समाज-सुधारक थे। उन्होंने सभी धर्मों की कुरीतियों और रूढ़ियों पर कड़ी चोट की। उन्होंने कहा कि संत कबीर दास जी जैसे संत-महात्माओं, ऋषि-मुनियों, पीर-पैगम्बरों और गुरुओं ने भूली-भटकी मानवता को जीवन का सच्चा रास्ता दिखाया है। ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को संभालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
सफाई कर्मियों का कल्याण
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों की 2 लाख 60 हजार बेटियों की शादी पर 71-71 हजार रुपये शगुन राशि दी गई। मकान की मरम्मत के लिए 'अम्बेडकर आवास नवीनीकरण योजना' के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को मकान मरम्मत के लिए 80 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इस योजना के तहत अब तक 76,985 लाभार्थियों को 416 करोड़ रुपये की राशि दी गई है।
मुख्यमंत्री ने डीएससी समाज को दिया उसका हक : बेदी
सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि संत कबीर जैसे महापुरुषों की शिक्षाएं आज के समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। उन्होंने सत्य, समानता, भाईचारे और मानवता का संदेश दिया, जिसे जन-जन तक पहुंचाना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगस्त माह में आया था और सबसे पहले डीएससी समाज के हक में फैसला लागू करने का निर्णय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि वर्षों तक डीएससी समाज को संघर्ष करना पड़ा। अनेक बार अन्य सरकारों और मुख्यमंत्रियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन समाधान के बजाय केवल आश्वासन और आंदोलन मिले। समाज के नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने पड़े और कई आंदोलनकारियों को जेल तक जाना पड़ा। परंतु जो सपना कभी अधूरा था, उसे साकार करने का कार्य वर्तमान सरकार ने किया है।
संत कबीर की राह पर चल रही है सरकार : कौशिक
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक ने कहा कि यह दिन केवल महापुरुष की जयंती का नहीं है, बल्कि एक ऐसे युगपुरुष की स्मृति का दिन है, जिन्होंने समाज को जात-पात और भेदभाव से ऊपर उठाकर समरसता का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि संत कबीर के विचार आज भी प्रेरणा देते हैं और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन्हीं के सिद्धांतों के अनुरूप समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चल रहे हैं। कार्यक्रम की संयोजक पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वर्षों से शोषित और वंचित समाज को एक नई पहचान, एक नई ताकत दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार जन सेवा के लिए समर्पित रहते हैं और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से हर वर्ग के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने संत कबीर की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह संत कबीर ने जात-पात के भेदभाव से ऊपर उठकर मानवता को सर्वोपरि माना, उसी भावना से मुख्यमंत्री पूरे समाज को साथ लेकर चल रहे हैं।